
साखरा माइनिंग में ठेकेदार की मनमानी, राजस्व को भारी चूना (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Illegal Mining Bhandara: लाखांदुर तहसील का साखरा माइनिंग क्षेत्र खनन ठेकेदार के मनमाने कार्य और अवैध गतिविधियों के कारण फिर विवादों के केंद्र में आ गया है। मैंगनीज उत्खनन का ठेका लेने वाले ठेकेदार पर सरकारी परमिटों का दुरुपयोग कर गौण खनिजों की तस्करी का आरोप लगाया गया है। भारतीय बेरोजगार युवा संगठन का कहना है कि इस अवैध खनन से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है और सरकारी राजस्व का बड़ा हिस्सा ठेकेदार की जेब में जा रहा है।
परमिट काइनाइट और कोरंडम का -निकासी इस्पात व मुरम की साखरा में ठेकेदार को मुख्य रूप से काइनाइट और कोरंडम खनिजों के उत्खनन की कानूनी अनुमति मिली है। लेकिन आरोप है कि उसी परमिट की आड़ में बड़े पैमाने पर इस्पात पत्थर और मुरम का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। ठेकेदार उत्खनन सीमा से कहीं अधिक खनन कर रहा है।
भारतीय बेरोजगार युवा संगठन ने इस अनियमितता को “गंभीर गौण खनिज घोटाला” बताया है। “सरकारी संपत्ति की खुली लूट जारी है। जनता के विकास का पैसा एक ठेकेदार की तिजोरी भरने में लग रहा है। सभी प्रमाण एकत्र कर लिए गए हैं और मुद्दा शीतकालीन सत्र में जोरदार तरीके से उठाया जाएगा।”
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