चुनाव को लेकर सरकार भ्रमित (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Bhandara News: महाराष्ट्र में महायुति की सरकार चुनाव को लेकर संभ्रमावस्था में है। नवंबर, दिसंबर में होने वाले नगर परिषद, जिला परिषद के चुनाव 2 माह आगे फरवरी में लेने के तैयारी में है, ऐसा आरोप गड़चिरोली में आयोजित पत्रपरिषद में विधायक विजय वडेट्टीवार ने लगाया है। वडेट्टीवार ने आगे बताया कि ना ही किसानों को कर्जमाफी मिली, ना ही मदद मिली। राज्य में फसल बीमा की धज्जियां उड़ी है। अतिवृष्टि के कारण किसानों की कमर टूट चुकी है।
रासायनिक खाद के दाम में वृद्धि हुई है। मजदूरी तथा ट्रैक्टर जोताई के दाम बढ़े है। वर्ष 2014 में धान को जो भाव था वहीं भाव 2025 में सरकार दे रही है, जिससे किसानों के समक्ष जीये या मरे ऐसा प्रश्न निर्माण हो रहा है। वर्ष 2014 में सोयाबीन को 5500 तथा कपास का 7 हजार रुपये का भाव था।
लेकिन अब 2025 में 11 वर्ष बाद भी वहीं भाव कपास को होने से किसान सरकार के नीति के खिलाफ उदासीन दिखाई दे रहे है। यह सरकार केवल घोषणाओं की ठगीभरी सरकार होने की बात अब नागरिकों के ध्यान में आने से महाराष्ट्र में 31 हजार करोड़ की कर्जमाफी करने से सरकार यह आंकडा बढ़ाकर बता रही है, ऐसा आरोप भी वडेट्टवार ने किया है। महाराष्ट्र सरकार केवल 6500 करोड़ की मदद किसानों को घोषित की है। वह भी दिवाली के पूर्व किसी भी किसान को मिलेगी या नहीं इसके मद्देनजर नगर परिषद, जिला परिषद व नगर पंचायत के चुनाव फरवरी माह के आगे तक बढ़ाने का षडयंत्र महायुति की सरकार कर रही है।
गड़चिरोली में नगर परिषद नगर पंचायत व जिला परिषद में भाजपा व अजित पवार गुट के एकनिष्ठ धर्मनिरपेक्षता की बात कर कांग्रेस के विचारधारा में छेद करने का प्रयास किया जा रहा है। अल्पसंख्याकों को परेशान कर धर्मनिरपेक्षता की बात कह कांग्रेस कमजोर हो, इसके लिए छड़यंत्र रचा जा रहा है। ऐसी बात भी उन्होने कहीं।
नागपुर में ओबीसी का ऐतिहासिक मोर्चा हुआ। 2 सितंबर का जीआर रद्द करें, मराठा समाज का ओबीसीकरण करने के लिए जरांगे पाटिल के चरणों में नतमस्तक होकर सरकार ने ओबीसी का घात किया। 54 प्रश ओबीसी को आरक्षण है, ऐसे में केवल ओबीसी को 27 प्रश आरक्षण मिल रहा है। सरकार कोई निधि नहीं दे रही है, अनेक जाती के मंडल तैयार किए जा रहे है। जिससे ओबीसी समाज के नुकसान को ओबीसी समाज के कुछ राजनीतिक नेता ही जिम्मेदार होने की बात उन्होने कहीं।
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मराठा समाज के सर्वेसर्वा जरांगे मुंबई की सड़कों पर उतरकर ओबीसी से सीधे आरक्षण मांग रहे है। जिससे ओबीसी समाज पर अन्याय हो रहा है। ओबीसी के न्याय अधिकारों के लिए हम भी मुंबई के सड़कों पर उतरकर चक्काजाम आंदोलन करेंगे। 2 सितंबर का जीआर रद्द कर इसके लिए ओबीसी की कमर कसने की बात भी विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहीं।
गड़चिरोली में होने वाले नगर पंचायत, नगर परिषद तथा जिला परिषद के चुनाव को लेकर महाविकास आघाड़ी चुनाव लड़े या कांग्रेस की स्वतंत्र भूमिका रहेगी, इसे लेकर विधायक वडेट्टीवार ने कहा कि, स्थानीय स्तर के चुनाव का निर्णय स्थानीय नेता ही लेंगे और चुनाव लड़ेंगे।