
बौद्धिक अक्षमता छात्र (AI Generated Photo)
Autistic students support: जहां दुनिया भर में बौद्धिक अक्षमता से पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों और उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के लिए विभिन्न पहलें की जा रही हैं, वहीं भंडारा जिले में विशेष जरूरतों वाले छात्रों की वास्तविक स्थिति सामने आई है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत ‘समावेशी शिक्षा’ कार्यक्रम इन छात्रों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, लेकिन 18 वर्ष की आयु के बाद उनके भविष्य पर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं।
जिले में गतिमंद श्रेणी के छात्रों की संख्या अधिक होने के बावजूद सबसे गंभीर मुद्दा यह है कि 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद कितने छात्र व्यावसायिक प्रशिक्षण लेते हैं और वास्तव में स्वावलंबी बनते हैं, इसका कोई रिकॉर्ड समाज कल्याण विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। यू-डाइस 2024-25 के आंकड़ों के अनुसार, भंडारा जिले के सरकारी और अनुदानित स्कूलों में कुल 3746 विशेष आवश्यकता वाले छात्र नामांकित हैं।
| श्रेणी / विवरण | छात्र संख्या |
|---|---|
| गतिमंद (बौद्धिक अक्षमता) श्रेणी – कुल | 1,214 |
| ➤ सीधी बौद्धिक अक्षमता | 890 |
| ➤ सेरेब्रल पाल्सी | 123 |
| ➤ विशिष्ट अध्ययन अक्षमता | 184 |
| ➤ ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर | 13 |
| ➤ बहु-अक्षमता | 4 |
| अन्य अक्षमता वाले छात्र (श्रवणदोष, चलनवलन अक्षमता, अल्पदृष्टि आदि) | 2,532 |
जिले में गतिमंद बच्चों के लिए कुल 9 मतिमंद विद्यालय संचालित हैं।इनमें से 5 विद्यालय अनुदानित हैं, जिनमें जनचेतना मतिमंद निवासी विद्यालय (भंडारा) और ज्ञानगंगा अनिवासी मतिमंद शाला (तुमसर) प्रमुख हैं। अनुदानित निवासी विद्यालयों को एक छात्र के निवास और भोजन के लिए प्रति माह 1650 रुपये का अनुदान मिलता है। हालांकि, 4 गैर-अनुदानित विद्यालय प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। इन स्कूलों में छात्रों को बुनियादी सुविधाएं और प्रशिक्षण मिल पाता है या नहीं, यह चिंता का विषय बना हुआ है।
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