(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Bhandara Illegal Tree Cutting: भंडारा शहर के खात रोड स्थित म्हाडा कार्यालय के पास बने नर्सरी परिसर में बड़े पैमाने पर अवैध वृक्षतोड़ का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से यहां बुलडोजर की मदद से कई साल पुराने पेड़ों की कटाई की जा रही है। यह हरकत न केवल पर्यावरण के लिए खतरा बनी हुई है, बल्कि नागरिकों के आक्रोश का कारण भी बन गई है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह वृक्षतोड़ कार्रवाई पिछले कई दिनों से जारी है। परिसर में लगे दर्जनों पेड़ काट दिए गए हैं, जो गर्मी में क्षेत्र को ठंडक और स्वच्छ हवा प्रदान करते थे। कुछ नागरिकों ने जब यह देखा तो उन्होंने तत्काल प्रशासन को जानकारी देने की कोशिश की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
सूत्रों के अनुसार, इस वृक्षतोड़ के पीछे भूमि का व्यावसायिक उपयोग करने की मंशा बताई जा रही है। यह नर्सरी परिसर वर्षों पहले हरियाली बढ़ाने और पौधों की देखभाल के उद्देश्य से तैयार किया गया था, लेकिन अब यहां जमीन समतल करने का कार्य किया जा रहा है।
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पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से स्थानीय तापमान बढ़ेगा और प्रदूषण नियंत्रण पर विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
म्हाडा कार्यालय की ओर से अब तक इस अवैध वृक्षतोड़ पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। वहीं नागरिकों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे सामूहिक आंदोलन करेंगे।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि क्या विकास के नाम पर हरियाली की बलि देना ही एकमात्र रास्ता है? भंडारा शहर में हरित क्षेत्र लगातार सिमटते जा रहे हैं और प्रशासन की चुप्पी ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है।