कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)
Bhandara e-Sanjeevani Benefit: भारत सरकार की दूरसंचार आधारित स्वास्थ्य सेवा योजना ई-संजीवनी भंडारा जिले में पिछले पाँच वर्षों से व्यापक स्तर पर सफलतापूर्वक लागू की गई है। 13 अप्रैल 2020 को शुरू हुई इस योजना के अंतर्गत नागरिक घर बैठे डॉक्टरों से ऑनलाइन चिकित्सा सलाह ले सकते हैं।
भंडारा जिला स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में 33,708 मरीजों ने ई-संजीवनी ऐप के माध्यम से विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श प्राप्त किया है। यह सेवा मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से वीडियो कॉलिंग पर उपलब्ध है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को घर बैठे विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा मिल रही है।
इनमें से 90 प्रतिशत कॉल ग्रामीण क्षेत्रों से प्राप्त हुए हैं, जबकि केवल 10 प्रतिशत कॉल शहरी मरीजों ने किए है। जनवरी 2025 से अब तक 9 महीनों में 2,550 मरीजों ने ऐप का उपयोग कर ऑनलाइन परामर्श लिया है।
भंडारा जिले के सभी उपकेंद्रों में आने वाले मरीजों का डेटा ई-संजीवनी ऐप में नियमित रूप से दर्ज किया जाता है। पिछले पांच वर्षों में उपकेंद्रों में आने वाले कुल 2,81,228 मरीजों ने यह सेवा समुदाय स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से प्राप्त की है। सबसे अधिक कॉल सर्दी, बुखार, जोड़ों का दर्द और एसिडिटी जैसी सामान्य बीमारियों के लिए प्राप्त होते हैं।
प्रत्येक उपकेंद्र के समुदाय स्वास्थ्य अधिकारियों को हर महीने 50 से 60 कॉल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यदि लक्ष्य पूरा नहीं होता, तो संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया जाता है और प्रोत्साहन भत्ता (इंसेंटिव) नहीं दिया जाता। ई-संजीवनी ऐप का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए आशा स्वयंसेविकाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
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प्रशिक्षण के बाद, प्रत्येक स्वयंसेविका को अधिकृत पत्र के माध्यम से सेवा की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है, ताकि वे ग्रामीणों तक इसकी जागरूकता फैला सकें।
भंडारा जिला अस्पताल की विभिन्न ओपीडी में मरीजों को प्रतिदिन मार्गदर्शन और प्रायोगिक प्रदर्शन (डेमो) दिया जा रहा है। इससे मरीजों को ऑनलाइन परामर्श के लाभ समझ में आ रहे हैं और योजना के प्रति जागरूकता में वृद्धि हो रही है।
घर बैठे चिकित्सा परामर्श और उपचार की सुविधा मिल रही है।दूरस्थ क्षेत्रों के लिए निःशुल्क टेलीमेडिसिन सेवा। ऑडियो, वीडियो या टेक्स्ट के माध्यम से डॉक्टर से बातचीत की सुविधा उपलब्ध है। प्रवास का समय और खर्च बचता है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं अब ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँचीं। मोबाइल ऐप आधारित सेवा, जिससे अधिक से अधिक नागरिक लाभ उठा रहे हैं। कोविड-19 जैसी परिस्थितियों में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को इस योजना से बड़ा लाभ मिला।
ई-संजीवनी योजना ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को एक नई दिशा दी है और डिजिटल भारत की दिशा में यह एक सफल और जनहितैषी पहल बन चुकी है।
भंडारा जिला स्वास्थ्य अधिकारी मिलिंद सोमकुवर ने बताया कि ई-संजीवनी सेवा ग्रामीण और दूरदराज के नागरिकों को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श उपलब्ध करा रही है। इस योजना से मरीजों को अस्पतालों की लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ता, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होती है। आने वाले समय में इस सेवा का विस्तार और अधिक ग्रामीण क्षेत्रों तक किया जाएगा।