बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhaji Nagar News In Hindi: बंबई उच्च न्यायालय की औरंगाबाद खंडपीठ ने अपनी स्थापना के 45 वर्ष पूरे कर लिए। इस उपलक्ष्य में खंडपीठ वकील संघ की ओर से समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित हाई कोर्ट के ज्येष्ठ व प्रशासकीय न्यायमूर्ति मनीष पितले ने न्याय व्यवस्था से जुड़े प्रत्येक घटक को संविधान के प्रति निष्ठावान रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
समारोह की अध्यक्षता न्यायमूर्ति विभा कंकणवाडी ने की। मंच पर न्यायमूर्ति किशोर संत, न्यायमूर्ति अरुण पेडणेकर, न्यायमति वाई, जी खोब्रागडे, न्यायमूर्ति शैलेश ब्रम्हे, न्यायमूर्ति संजय देशमुख, न्यायमूर्ति नीरज धोटे, न्यायमूर्ति एस एम घोडेस्वार और न्यायमूर्ति एस।बी। देशमुख सहित कई मान्यवर उपस्थित थे।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति पितले ने कहा कि आम नागरिकों व पक्षकारों को समय पर और निष्पक्ष न्याय दिलाना ही सर्वोच्च जिम्मेदारी है।
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यह तभी संभव है जब न्यायाधीश और वकील आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, उन्होंने कहा कि ऐसी वर्षगाते आत्मपरीक्षण का अवसर देती है। वकील न्याय प्रक्रिया में सहयोगी की भूमिका निभाते है, जबकि न्यायाधीश निष्पक्ष होकर इसे सुगम बनाते है। शुरुआत में वरिष्ठ वकील एड शशिकुमार चौधरी और एड सुखदेव शेलके को खंडपीठ की स्थापना में उनके योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस दौरान अन्य मान्यवरों ने भी अपने विचार साझा किए, खंडपीठ वकील संघ की अध्यक्षा एड योगिता थोरात, उपाध्यक्ष एड संदीपान मोरमपल्ले, सचिय एड श्रीकृष्ण चौधरी, एडपूनम बोडखे पाटिल, एड प्रवीण मंडलिक, एड अमोल सावंत, एड वसंतराव सालुके, एड नरसिंह जाधव और एड पी आर कात्तनेश्वरकर सहित अनेक पदाधिकारी इस अवसर पर मौजूद थे।