
अमरावती. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाले ठेका अधिकारियों और कर्मचारियों ने 38 दिनों के बाद गुरुवार को अपनी हड़ताल खत्म कर दी. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने 8 दिन के अंदर आश्वासन पूरा नहीं किया तो कर्मचारियों ने 14 दिसंबर को नागपुर में शीतकालीन सत्र में आंदोलन तीव्र करने की चेतावनी भी दी है.
सरकारी सेवा में समायोजन की मुख्य मांग को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के ठेका अधिकारी और कर्मचारियों ने 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी. इस हड़ताल में जिले के करीब 1,352 अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए. इससे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. इस समय ठेका कर्मचारियों ने विभिन्न तरीकों से विरोध प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकर्षित करने की कोशिश की.
इस साल की दिवाली भी कर्मचारियों ने हड़ताल में मनाई. साथ ही 31 अक्टूबर को मुंबई आजाद मैदान में हुए विरोध प्रदर्शन में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने 10 साल तक सेवा दे चुके अधिकारियों और कर्मचारियों को 30 प्रतिशत प्रत्यक्ष सेवा समावेशन और 70 प्रतिशत प्रत्यक्ष सेवा भर्ती प्रक्रिया लागू करने का निर्णय लेने का आश्वासन दिया था. साथ ही 29 नवंबर को स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर हुई बैठक में सकारात्मक चर्चा के बाद ठेका कर्मचारियों ने कुछ दिनों के लिए हड़ताल स्थगित कर दी है. लेकिन अगर स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी बात नहीं रखी तो 14 दिसंबर को शीतकालीन अधिवेशन पर जाकर जन आक्रोश मार्च निकाला जाएगा.






