अमरावती. सोमवार को शिवसेना ठाकरे गुट द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को गेहूं का बोरा भेजकर राज्य सरकार पर ऐन दिवाली के मौके पर राशन कार्ड धारकों के हिस्से का गेहूं अन्य राज्य में भेजने का आरोप कर कलेक्ट्रेट पर तीव्र निषेध आंदोलन किया. दिवाली से पहले राशन की दूकानों में नियमानुसार पर्याप्त गेहूं के वितरण की मांग जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री शिंदे से की गई. महानगर प्रमुख पराग गुढड़े के नेतृत्व में यह आंदोलन किया गया.
शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे गुट के स्थानीय पदाधिकारियों ने बताया कि ऐन दिवाली के मुहाने राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत जिले में मिलने वाले राशन धारकों के हक का गेहूं घटाकर अन्य राज्यों में भेज कर गरीबों पर अन्याय किया गया. जबकि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना जरूरतमंद लोगों के लिए है. जिसके तहत लाभार्थियों को 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल मिलता था, लेकिन अब उसमें बदलाव कर प्रत्येक लाभार्थी को 1 किलो गेहूं और 4 किलो चावल दिया जा रहा है.
हमारा जिला महाराष्ट्र में आता है और महाराष्ट्र में चावल की तुलना में दैनिक जीवन में गेहूं का अधिक उपयोग किया जाता है. वहीं हमारे बगल के वाशिम जिले में और अन्य जिलों में 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल दिया जा रहा है. फिर हमारे ही जिले के साथ ऐसा अन्याय क्यों, यह सवाल सरकार से पूछा जा रहा है.
दिवाली के पर्व पर नागरिकों की दिवाली को मीठा करने के बजाय, सरकार ने उनके अधिकार छीने है. इसलिए आगामी दो दिनों के भीतर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल का वितरण तुरंत किया जाए, अन्यथा शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे सभी नागरिकों के साथ दिवाली के दिन कड़ा विरोध आंदोलन करेंगी यह चेतावनी जिलाधीश को सौंपे ज्ञापन में दी गई. आंदोलन में शिवसेना अमरावती जिला संपर्क प्रमुख सुधीर सूर्यवंशी, पूर्व विधायक धाने पाटिल, जिला प्रमुख मनोज कडू, महिला आघाड़ी जिला प्रमुख मनीषा टेंभरे, उपमहानगर प्रमुख संजय शेटे, सुनील राऊत, पंजाब तायवाडे, विजय ठाकरे, युवासेना जिलाप्रमुख प्रमोद धनोकार, युवासेना उप जिलाप्रमुख शिवराज चौधरी, युवासेना विधानसभा प्रमुख पवन दलवी, युवासेना शहर प्रमुख शुभम जवंजाल, गजू गुजरे, अतुल सावरकर, सचिन ठाकरे, नितिन तारेकर, गुरु हिंगमिरे, सुरेश चौधरी, धीरज चव्हाण, बंडू कथिलकर, संजय पिंजरकर, नंदूभाऊ काले, प्रतीक कलसकर, स्वप्निल सरडे, सैयद शहेबाज, अनिल नंदनवार, प्रवीण अब्रूक व असंख्य शिवसैनिक शामिल थे.