
कर्जमाफी की घोषणा केवल छलावा
Akola political press conference: पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और वरिष्ठ नेता सांसद शरद पवार ने शनिवार को अकोला दौरे के दौरान आयोजित पत्रकार परिषद में राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए की गई कर्जमाफी की घोषणा केवल एक छलावा है, जो किसानों के साथ सीधी ठगी के समान है। पवार ने कहा कि किसानों के लिए सहायता की घोषणा करना और वास्तव में सहायता प्रदान करना इन दोनों में बहुत बड़ा अंतर है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल घोषणाओं तक सीमित है, जबकि किसानों तक वास्तविक लाभ नहीं पहुँच पा रहा है। आगामी चुनावों के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक स्थिति को स्पष्ट रूप से बताना कठिन है, लेकिन महाविकास आघाड़ी आगामी चुनावों में पूरी ताकत के साथ भाग लेगी।
देशभर में चल रहे वोट चोरी के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा कि यह एक गंभीर विषय है। “यदि किसी मतदाता को यह संदेह हो कि उसका मत सही व्यक्ति को गया है या नहीं, तो यह आशंका दूर होना आवश्यक है,” उन्होंने कहा। उन्होंने इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष रूप से मतदाताओं की शंकाओं का समाधान करना चाहिए। पुणे की जमीन खरीद मामले में पार्थ पवार का नाम सामने आने पर टिप्पणी से बचते हुए उन्होंने कहा कि इस विषय पर राज्य के गृह मंत्री ही अधिक जानकारी दे सकते हैं।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे को महाविकास आघाड़ी में शामिल किए जाने की चर्चा पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा कि “महाविकास आघाड़ी में सभी की राय को महत्व दिया जाता है। यह एक राजनीतिक निर्णय है और इस पर सभी घटक दल मिलकर निर्णय लेंगे।”
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उन्होंने आगे कहा कि वरिष्ठ पदाधिकारी जनता के हित को ध्यान में रखते हुए निर्णय करेंगे। “तीसरे मत का सम्मान करना महाविकास आघाड़ी की नीति है,” ऐसा भी पवार ने स्पष्ट किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री प्रा. अजहर हुसैन, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष डॉ. संतोष कोरपे, किसान नेता प्रकाश पोहरे, एपीएमसी के सभापति शिरीश धोत्रे और संग्राम गावंडे प्रमुखता से उपस्थित थे।






