किसानों के लिए ‘हंबरडा’ आंदोलन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Akola News: राज्य सरकार द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों को दी गई संपूर्ण कर्जमाफी की घोषणा को अब तक अमल में न लाने के विरोध में शिवसेना उबाठा ने जोरदार आंदोलन किया। शिवसेना उपनेता एवं विधायक नितिन देशमुख के नेतृत्व में बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने ‘हंबरडा’ आंदोलन आयोजित किया गया। आंदोलन का उद्देश्य अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को न्याय दिलाना और उनकी आर्थिक समस्याओं का समाधान करना था। इस अवसर पर विधायक नितिन देशमुख ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान महायुति द्वारा किसानों को आश्वासन दिया गया था कि उनका संपूर्ण कर्ज पूरी तरह से माफ कर दिया जाएगा, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं किया गया है। इस कारण यह आंदोलन करना पड़ रहा है।
शिवसेना ने आरोप लगाया कि प्राकृतिक आपदाएं, अकाल, बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि, महंगे खाद-बीज और बढ़ते उत्पादन खर्च के कारण राज्य के किसान गंभीर आर्थिक संकट में फंसे हैं। उन्हें फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा और अधिकांश किसान बैंक व साहूकारों के कर्ज के नीचे दबे हुए हैं। कई किसानों को नोटिस, जब्ती की कार्रवाई और आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने की नौबत आ रही है। शिवसेना ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने शीघ्र निर्णय नहीं लिया, तो आंदोलन और तीव्र रूप ले सकता है।
अकोला जिले में गीला अकाल घोषित किया जाए, किसानों को तुरंत संपूर्ण कर्जमाफी दी जाए, अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 की तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए, घर और पशुधन के नुकसान पर बिना किसी शर्त के मदद दी जाए, फसल बीमा के नियमों में शिथिलता लाकर बीमा राशि तुरंत वितरित की जाए, सभी प्रकार के कर्ज अल्पकालीन फसल कर्ज, मध्यम अवधि के सिंचाई उपकरण कर्ज, शेडनेट, पॉलीहाउस, दूध उत्पादन से जुड़े कर्ज और साहूकारी कर्ज को कर्जमाफी में शामिल किया जाए।
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इस आंदोलन में विधायक नितिन देशमुख के नेतृत्व में शिवसेना नेता गोपाल दातकर, मंगेश काले, राहुल कराले, ज्ञानेश्वर गावंडे, अतुल पवनीकर, सुरेंद्र विसपुते, संजय भांबेरे, दीपक पाटिल, सरिता वाकोडे, वर्षा पिसोडे, देवराव पाटिल हागे, मनीष मोहोल, संगीता राठोड, शुभांगी भटकर, मंगेश साबे, सचिन थोरात, गजानन पुंडकर, संतोष लांडगे सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।