भारी बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराएं (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Partner: पिछले तीन-चार दिनों से जिले में बारिश ने कहर बरपा रखा है। लगातार बारिश से नगर, पारनेर, श्रीगोंडा, कर्जत, जामखेड, शेवगांव, पाथर्डी तालुकाओं में भारी बारिश जैसे हालात पैदा हो गए हैं। फसलों को काफी नुकसान हुआ है और सांसद नीलेश लंका ने इसका आकलन कर सहायता राशि की घोषणा करने की मांग की है। जिला कलेक्टर को दिए गए एक बयान में उन्होंने कहा कि कपास, सोयाबीन, उड़द, बाजरा और सब्जियां जैसी सभी मौसमी फसलें पूरी तरह डूब गई हैं।
किसानों के खेतों में दो से तीन फीट पानी जमा होने से खड़ी फसलें सड़ने लगी हैं। लगातार बारिश के कारण पशुओं के लिए चारे की कमी हो रही है। बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण नदी तटों पर झील जैसी स्थिति बन गई है। नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे गांवों और बस्तियों को जोड़ने वाली छोटी सड़कें बह गई हैं। स्कूली बच्चों, किसानों और ग्रामीणों के बीच संचार की समस्या गंभीर हो गई है।
इस विकट परिस्थिति में, किसानों पर दोहरा संकट आ पड़ा है। फसलें नष्ट हो गई हैं, जिसका उनकी आजीविका पर गहरा असर पड़ा है। इसलिए, सांसद लंके ने मांग की है कि सभी तालुकाओं में कृषि फसलों और सार्वजनिक सुविधाओं को हुए नुकसान का तत्काल आकलन किया जाए, किसानों और नागरिकों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान की जाए, और बाढ़-प्रवण व खतरनाक क्षेत्रों में आवश्यक सहायता प्रदान की जाए। बयान में यह मांग की गई है।
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नगर जिले में बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इस पृष्ठभूमि में, सांसद नीलेश लंके ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर पंचनामा बनाकर किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की है। सांसद लंके ने पत्र में कहा है कि बारिश के कारण अरहर, कपास, सोयाबीन, मक्का, मटर और अन्य खरीफ की फसलें जलमग्न हो गई हैं। कुछ इलाकों में सूखे जैसे हालात के कारण फसलें बौनी हो गई हैं, वहीं अचानक हुई बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।