गोहत्या के विरोध में मुंहतोड़ जवाब की गोपीचंद पडलकर ने दी चेतावनी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
अहिल्यानगर: भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर ने साफ चेतावनी दी है कि अगर राज्य में कहीं भी गोहत्या हुई तो सरकार के जरिए इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर कोई सिर्फ पैसे के लिए हमारे धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है तो हम ऐसी साजिशों का कड़ा जवाब देंगे।
पाथर्डी में लव जिहाद के पीड़ितों की बढ़ती संख्या, गौरक्षक भरत लिपारे पर जानलेवा हमला, शहर में गोमांस की बिक्री और अवैध बूचड़खानों के प्रति पुलिस की अनदेखी, हिंदू भावनाओं और कानून का मजाक, और तीसगांव में बूचड़खानों के विरोध में शहर के अजंता चौक पर जन आक्रोश सभा आयोजित की गई। उस समय ए. पडलकर बोल रहे थे। इस घटना के विरोध में पाथर्डी शहर बंद रहा।
पडलकर ने कहा, “हम हिंदू हैं और हिंदू समुदाय के लिए काम करना हर कार्यकर्ता की भूमिका होनी चाहिए। गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून के बावजूद बूचड़खाने कैसे चल रहे हैं?” उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाए।
जिले में सभी बूचड़खानों को तत्काल बंद करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गोहत्या को लेकर बेहद संवेदनशील हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाया है। पडलकर ने किलों पर अतिक्रमण को लेकर सरकार के रुख का भी समर्थन किया। किलों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई है और पुलिस प्रशासन को इस रुख को बनाए रखने की जरूरत है।
राजले ने कहा, “अगर भविष्य में किसी गौरक्षक पर हमला होता है तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर भविष्य में कोई गौरक्षक शिकायत करता है तो अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। अगर कोई गौरक्षक के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करता है तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
एक खास समुदाय के लोग मावा, गुटखा बेचकर और बूचड़खाने चलाकर दूसरों को परेशान कर रहे हैं और ऐसे लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कोई भी हमें गलत नजर से न देखे। शेवगांव शहर में भी क्या हुआ, यह सभी जानते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि तालुका में बूचड़खानों को जेसीबी से ध्वस्त कर देना चाहिए।
बच्चू कडू के आंदोलन में प्रहार कार्यकर्ता ने निगला ज़हर, हालत गंभीर
जगताप ने कहा, लव जिहाद को लेकर अभिभावकों को लड़कियों पर नजर रखने की जरूरत है। गोसेवकों पर लगातार जिहादी प्रवृत्ति के लोग हमले कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह तथाकथित भाईचारा दिखाने वालों का नाटक है और इसके पीछे सिर्फ दिखावा है, यह संकीर्ण राजनीति है। मुकुंद गर्जे ने प्रस्तावना रखी, जबकि अमोल गर्जे ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
यह जिहादी मुसलमानों और देशभक्त मुसलमानों के बीच की लड़ाई है। इस तालुका में बांग्लादेशी मुसलमान कैसे आए, इसकी जांच होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने शहर को अहिल्यानगर बनाने का काम महज चौदह महीने में किया है, फिर भी कुछ सरकारी दफ्तरों पर पुराने नाम अभी भी दिखाई दे रहे हैं, प्रशासन को उन्हें हटाना चाहिए, ऐसा विधायक पडलकर ने कहा।