श्योपुर जिले में वन विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर जानलेवा हमला (फोटो- सोशल मीडिया)
भोपाल: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में वन विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर जानलेवा हमला हो गया। मोरका गांव में बड़ी संख्या में जमा आदिवासियों ने अचानक हमला बोलते हुए जेसीबी और अन्य सरकारी वाहनों को निशाना बनाया। इस हिंसक झड़प में डिप्टी रेंजर समेत चार वनकर्मी घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमला इतना तीव्र था कि पुलिस और वन विभाग के कर्मचारियों को मौके से भागना पड़ा। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है और कई लोगों पर केस दर्ज किया गया है।
हमले के पीछे की वजह जंगल की 500 बीघा भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई थी। ग्रामीणों ने मौके पर झोपड़ी में आग भी लगा दी, जिसे लेकर दोनों पक्षों में आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। वन विभाग का कहना है कि ग्रामीणों ने जानबूझकर आगजनी की, जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि आग सरकारी टीम ने लगाई। यह जमीन पिछले तीन वर्षों से कब्जे में थी और नोटिस के बावजूद उसे खाली नहीं किया गया, जिसके चलते कार्रवाई की गई थी।
हमले में चार वनकर्मी घायल
हमले में डिप्टी रेंजर समेत तीन अन्य वनकर्मी घायल हो गए हैं। हमलावरों ने सरकारी वाहनों में भी तोड़फोड़ की और टीम को जान बचाकर भागना पड़ा। घायल कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहले से थी हमले की योजना
जांच में सामने आया है कि हमलावरों ने पहले से ही हमले की योजना बनाई थी। प्रशासन के मुताबिक, पिछले साल भी यहां से अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन ग्रामीणों ने दोबारा झोपड़ियां बना लीं। दो महीने पहले नोटिस जारी किया गया था, बावजूद इसके जमीन खाली नहीं की गई।
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एसडीओ इंदर सिंह धाकड़ ने बताया कि पिछले तीन साल से ग्रामीण वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर झोपड़ी बना रहे थे, जिन्हें पिछले साल प्रशासन ने हटवाया था। इसके बावजूद उन्होंने दोबारा झोपड़ी बना ली। इसे लेकर 2 महीने पहले उन्हें नोटिस दिया गया था, लेकिन ग्रामीणों ने जमीन को खाली नहीं किया था।