वंतारा के साथ सेलेब्स ने किया संकल्प
नई दिल्ली: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर वंतारा ने पूरे पृथ्वी ग्रह को खुशहाल और सेहतमंद बनाने की प्रतिज्ञा ली। जानवरों को आजीवन देखभाल प्रदान करने के लिए समर्पित वंतारा की प्रतिज्ञा में अभिनेता अजय देवगन के साथ-साथ क्रिकेटर के. एल राहुल ने भी सहयोग दिया।
वंतारा ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर लोगों को पृथ्वी को हेल्दी ग्रह बनाने की ओर कदम रखने के लिए प्रेरित किया। वंतारा के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट में लिखा गया कि, “आइए World Environment Day को एक खुशहाल, स्वस्थ ग्रह बनाने की शुभ शुरुआत बनाएं।” पूरे पृथ्वी ग्रह को हेल्दी बनाने की परियोजना की शुरुआत पर अजय देवगन, जाहनवी कपूर, भूमि पेडनेकर, क्रिकेटर के. एल राहुल, सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर कुशा कपिला, फुकरे फिल्म अभिनेता वरुण शर्मा ने वंतारा कार्यक्रम को अपना सहयोग दिया है।
वंतारा के साथ प्रतिज्ञा लेने को लेकर प्रोजेक्ट के सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा गया कि, “हमारे प्यारे दोस्तों ने वंतेरियन बनने का संकल्प लेकर और प्रकृति और वन्य जीवन के संरक्षण में सहायता करने वाली नई आदतों को सचेत रूप से अपनाने के आंदोलन में शामिल होकर एक उदाहरण स्थापित किया है।”
वंतारा की ओर से प्रतिज्ञा लेकर भविष्य को बेहतर बनाने के लिए सहयोगा मांगा गया। पोस्ट में लिखा कि, ‘हमारा ग्रह, हमारा भविष्य। हरे-भरे कल के लिए छोटे-छोटे कार्य! मैं एक वंतेरियन हूं, आपके बारे में क्या? फ़िल्टर का उपयोग करें, प्रतिज्ञा लें और बदलाव लाएँ!”
“आज का प्रत्येक छोटा कार्य कल के बड़े प्रभाव में योगदान देता है। मैं वंतेरियन बनने और हरित भविष्य में योगदान देने की प्रतिज्ञा करता हूं। तो आपको भी ऐसा ही करना चाहिए! इस फ़िल्टर के साथ ‘हम’ की शक्ति को अनलॉक करें और मेरे साथ प्रतिज्ञा लें!”
वनतारा, जानवरों को समर्पित अपनी तरह का देश का पहला कार्यक्रम है। इस प्रोजेक्ट में अब तक 200 हाथियों सहित हज़ारों जानवरों को बचाया गया है। इनमें हर तरह का पशु, पक्षी और सरिसृप शामिल हैं। गेंडे, चीते और मगरमच्छ सहित कई प्रजातियों का पुनर्वास भी किया गया है।
वनतारा का अर्थ ‘जंगल का सितारा’ है। इसका केंद्र गुजरात के ग्रीन बेल्ट में रिलायंस के जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स में स्थित है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना बचाए गए जानवरों के लिए एक हरे-भरे, जंगली आवास का पुनर्निर्माण करती है और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रसिद्ध वन्यजीव विशेषज्ञों के साथ सहयोग करती है। इस परियोजना का ध्यान भारत और विदेशों में घायल, दुर्व्यवहार, संकटग्रस्त या कमजोर पशुओं के बचाव, पुनर्वास, उपचार और देखभाल पर केंद्रित है।