मुंबई मोनोरेल हादसा पर बोले एकनाथ शिंदे (pic credit; social media)
Mumbai Monorail Rescue Operation: मुंबई में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। जहां एक ओर मध्य और हार्बर रेलवे सेवाएं बाधित हो गईं, वहीं दूसरी ओर मोनोरेल में आई तकनीकी खराबी ने यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ा दीं। बताया जा रहा है कि भक्ती पार्क और मैसूर कॉलोनी के बीच एक मोनोरेल अचानक एक तरफ झुक गई और बिजली की आपूर्ति भी बंद हो गई। इस घटना से यात्रियों में दहशत फैल गई।
करीब एक घंटे तक मोनोरेल डिब्बे में फंसे यात्री घुटन और डर की स्थिति से जूझते रहे। कई यात्रियों ने खिड़कियां तोड़कर हवा लेने की कोशिश की। इसी दौरान फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और खिड़कियां काटकर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
घटना की जानकारी मिलते ही राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति की पूरी जानकारी ली और मौके पर मौजूद अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखा। उन्होंने यात्रियों से भी संवाद साधा और उन्हें धैर्य रखने की अपील की।
इस पर स्पष्टीकरण देते हुए डिप्टी CM शिंदे ने कहा कि हार्बर लाइन बंद होने के कारण यात्रियों की भारी भीड़ मोनोरेल की ओर उमड़ी। सामान्य स्थिति में एक डिब्बे में 40 से 50 यात्री सफर करते हैं, लेकिन उस दिन 70-75 यात्री एक ही डिब्बे में मौजूद थे। क्षमता से ज्यादा भीड़ बढ़ने के कारण ट्रेन का संतुलन बिगड़ गया और मोनोरेल एक तरफ झुक गई। इसी वजह से बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई और मोनोरेल बीच रास्ते में बंद हो गई।
यह भी पढ़ें- तो इस वजह से मोनोरेल में आई खराबी, सामने आई बड़ी वजह, जानिए किसने की गड़बड़?
उन्होंने कहा कि अभी प्राथमिकता बचाव कार्य को पूरा करना है, तकनीकी जांच बाद में की जाएगी। शिंदे ने अधिकारियों को आदेश दिए कि सभी यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जाए और उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जाए।
डिप्टी CM शिंदे ने कहा, “मैंने यात्रियों से सीधे बात की है। उनसे कहा कि घबराएं नहीं, सभी को सुरक्षित निकाला जाएगा। घबराहट से स्थिति और बिगड़ सकती है। बचाव दल पूरी तरह मुस्तैद है और जल्द ही सभी सुरक्षित बाहर होंगे।”
डिप्टी CM ने मुंबईकरों से अपील की कि भारी बारिश और रेड अलर्ट की स्थिति में अत्यावश्यक कामों को छोड़कर घर से बाहर न निकलें।यह घटना एक बार फिर मुंबई की यातायात व्यवस्था और मोनोरेल सेवा की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।