कॉमेडियन कुणाल कामरा (pic credit; social media)
Kunal Kamra Controversy: कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने खिलाफ जारी विशेषाधिकार हनन की नोटिस का जवाब दे दिया है। उन्होंने अपने जवाब में कहा, “मेरे बयान से महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही में कोई बाधा नहीं आई। इसलिए मुझे विशेष उल्लंघन नोटिस भेजना गलत है। भाजपा विधायक प्रवीण दरेकर ने कुणाल कामरा के खिलाफ उल्लंघन का प्रस्ताव दायर किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की व्यंग्यात्मक आलोचना विधानसभा की कार्यवाही में बाधा नहीं हो सकती है।
कामरा का दावा है कि मैंने उन्हीं शब्दों का इस्तेमाल अपने गाने में किया है, जिनका इस्तेमाल दूसरे नेता अपने भाषणों में करते हैं। ऐसे में सिर्फ अपने खिलाफ कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कामरा ने कहा है कि मेरे गाए गाने को आपत्तिजनक क्यों माना जा रहा है? कामरा ने कहा है कि चाहे कोई भी व्यक्ति हो, वह सरकार में हो या न हो, उनकी इस तरह की व्यंग्यात्मक व्यक्तिगत आलोचना करना कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करना नहीं है।
मैंने अपने गीत के माध्यम से किसी भी तरह से विधानमंडल की कार्यवाही में हस्तक्षेप नहीं किया है। इसमें केवल आलोचना, व्यंग्य और कला का उपयोग करके अपनी राय व्यक्त की है। अगर मैंने इस गीत के माध्यम से मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री का अपमान किया है, तो मेरा इरादा सदन का अपमान करना या उसके सदस्यों को भड़काना नहीं था। कामरा ने यह भी कहा है कि उनके खिलाफ कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और इसका उद्देश्य जानबूझकर उनकी अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाना है।
23 मार्च 2025 को कामरा ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर एक व्यंग्यात्मक गाने का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। उप मुख्यमंत्री शिंदे की शिवसेना ने गाने को उपमुख्यमंत्री शिंदे का अपमान बताते हुए विरोध किया था। शिंदे की शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कामरा से कहा था कि वह माफी मांगें। इतना ही नहीं आक्रामक हुए शिंदे समर्थकों ने खार पश्चिम स्थित हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ की थी।
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कुणाल ने स्पष्ट तौर पर माफी मांगने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं, इसके बाद भी उन्होंने कुछ व्यंग्यात्मक गानों के वीडियो पोस्ट किए थे। कुछ दिन पहले, भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और राकांपा (शरद पवार) विधायक जितेंद्र आव्हाड के कार्यकर्ता विधान भवन के मुख्य द्वार के पास आपस में भिड़ गए थे। इस पर भी कुणाल ने व्यंग्यात्मक गाना गाकर सरकार की खिल्ली उड़ाई थी।