मंत्री छगन भुजबल
Manikrao Kokate: महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का रमी गेम खेलते हुए वीडियो वायरल होने के बाद उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है। एक ओर कोकाटे के इस्तीफे की मांग तेज है, तो दूसरी ओर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चव्हाण द्वारा छावा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष के साथ मारपीट का मामला गरमाया हुआ है। इसी बीच अजित पवार ने सूरज चव्हाण से राष्ट्रवादी का प्रदेश अध्यक्ष पद वापस ले लिया है। हालांकि, छावा संगठन के विजय घाटगे ने माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे की मांग पर अपनी दृढ़ता व्यक्त की है।
इस पूरे प्रकरण पर जब राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता और मंत्री छगन भुजबल से पूछा गया, तो उन्होंने अधिक बोलने से परहेज किया। उन्होंने सूरज चव्हाण के इस्तीफे और मुंबई के सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
सूरज चव्हाण के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर छगन भुजबल ने कहा, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अजित दादा ने क्या आदेश दिए हैं, मुझे नहीं पता। जिन्हें निवेदन देना है, वे दें लेकिन, पत्ते खेलना सही नहीं है, इस तरह मंत्री छगन भुजबल ने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे पर कटाक्ष किया। उन्होंने यह भी कहा, इसमें तटकरे का क्या कसूर है, तटकरे तो पत्ते नहीं खेल रहे थे। वहीं, माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर भुजबल ने जवाब दिया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
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मुंबई के सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले पर भुजबल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अगर 18 साल हो गए हैं तो यह एक सवाल हो सकता है। शायद उनकी (दोषियों की) सजा पूरी हो गई हो। सरकार सुप्रीम कोर्ट जा सकती है, मुझे इसकी पूरी जानकारी नहीं है। हनीट्रॅप मामले पर उन्होंने कहा, मुझे उसकी जानकारी नहीं है, मुख्यमंत्री खुद इस पर ध्यान दे रहे हैं। इसमें हमारा बोलना सही नहीं है, हमें इस पर कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं है। पुलिस विभाग अपना काम करेगा।
मंत्री छगन भुजबल ने द्वारका सर्कल से संबंधित पूछे गए प्रश्न पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, समस्या हल नहीं हो रही है, इसकी जिम्मेदारी यातायात पुलिस की है। गलत जगह पर गाड़ियां रोकना सही नहीं है। सिग्नल छोड़कर ट्रक खड़े हो रहे हैं, पुलिस को थोड़ा प्रशिक्षण देना चाहिए। उसके बाद ये दिक्कतें दूर होंगी। उन्होंने आगे बताया, पीडब्ल्यूडी कुछ अध्ययन कर रहा है। दिक्कतें कहां आ रही हैं, इसका अध्ययन चल रहा है और उसके बाद उस पर उपाय किए जाएंगे। इसमें दो साल से ज्यादा का समय लगेगा, लेकिन कम नहीं, ऐसी उम्मीद भुजबल ने जताई है।