बी सुदर्शन रेड्डी और सीपी राधाकृष्णन में सबसे अमीर कौन? (कॉन्सेप्ट फोटो)
B Sudarshan Reddy vs CP Radhakrishnan Networth: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया ने आज मंगलवार, 19 अगस्त को अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधिश बी सुदर्शन रेड्डी को प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले रविवार, 17 अगस्त को एनडीए ने महारष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में घोषित कर चुका है। गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद अब फिर से देश के अगले उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव हो रहा है। ऐसे में 9 सितंबर को होने वाले चुनाव में ये दोनों उम्मीदवार आमने-सामने होंगे।
हालांकि, एनडीए के बाद विपक्षी गठबंधन द्वारा उम्मीदवार के ऐलान के बाद लोगों के मन में कई सवाल है। इसी में एक सवाल यह भी हो सकता है कि इन दोनों प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा अमीर कौन हैं। आइए आंकड़ों के जरिए समझते हैं कि बी सुदर्शन रेड्डी या सीपी राधाकृष्णन, कौन सबसे अधिक संपत्ति के मालिक हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के मुताबिक, सीपी राधाकृष्णन के पास कुल 67,11,40,166 रुपये की संपत्ति हैं। इसमें नकदी, कृषि भूमि और गैर कृषि भूमि शामिल है। सीपी राधाकृष्णन झारखंड के दसवें राज्यपाल रह चुके हैं। वे भाजपा से जुड़े हैं और कोयंबटूर से दो बार सांसद रह चुके हैं। इसके बाद, उन्होंने 1998 और 1999 में लगातार दो आम चुनाव जीते। सीपी राधाकृष्णन का जन्म 4 मई, 1957 को सी.के. पोन्नुसामी और के. जानकी के घर हुआ था। पत्नी का नाम आर. सुमति है। सीपी राधा कृष्णन एक बेटा और एक बेटी के पिता हैं।
जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को तत्कालीन आंध्र प्रदेश के तब के इब्राहिमपट्टनम तालुका (Ibrahimpatnam) के अकुला मायलारम गांव में हुआ था, जो अब तेलंगाना के रंगारेड्डी (Rangareddy) जिले में आता है। उन्होंने 1971 में हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री प्राप्त की और आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में एडवोकेट के रूप में नामांकित हुए। उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में रिट और सिविल मामलों को संभाला।
जज बनने से पहले उन्होंने 1988-1990 में सरकारी वकील के रूप में काम किया। 1990 में उन्होंने केंद्रीय सरकार के लिए अस्थायी स्टैंडिंग काउंसिल के रूप में कार्य किया और उस्मानिया यूनिवर्सिटी के लीगल एडवाइजर और स्टैंडिंग काउंसल भी रहे। बी. सुदर्शन रेड्डी का न्यायिक करियर 1995 में वे आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के स्थायी जज बने। 2005 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त हुए। 2007 में भारत के सुप्रीम कोर्ट के जज बने और 2011 में रिटायर हुए। मार्च 2013 में वे गोवा के पहले लोकायुक्त बने, लेकिन व्यक्तिगत कारणों से सितंबर 2013 में इस्तीफा दे दिया।
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बता दें कि विपक्षी गठबंधन के घोषित राष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी की संपत्ति के बारे में किसी भी तरह की कोई जानकारी सार्वजनिक रूप से नहीं है। एनडीए उम्मीवार सीपी राधाकृष्णन के 67,11,40,166 रुपये के मुकाबले, सुदर्शन रेड्डी की अनुमानित नेटवर्थ कम हो सकती है। हालांकि, उनका करियर और प्रतिष्ठा उन्हें अनुभव और सम्मान के मामले में मजबूत बनाता है।