प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो )
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर (Manipur Violence) जाने के लिए समय नहीं निकाल पाए, लेकिन ‘स्नॉर्कलिंग’ के लिए लक्षद्वीप (Lakshadweep) और ‘स्कूबा डाइविंग’ (समुद्र में गोता लगाने) के लिए गुजरात चले गए। मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि संदेशखालि की महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न के कारण समाज सुधारक राजा मोहन राय की आत्मा रो रही होगी।
इसपर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए टीएमसी ने दावा किया कि समाज सुधारक की आत्मा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मणिपुर जैसे भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं पर हो रहे कथित अत्याचार के कारण रो रही है। टीएमसी के प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा, “प्रधानमंत्री स्नॉर्कलिंग के लिए लक्षद्वीप तो चले गए, लेकिन मणिपुर जाने के लिए समय नहीं निकाल पाए।”
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में तृणमूल कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न और ग्रामीणों की जमीन हड़पने के आरोप लगने के बाद व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। सेन ने कहा कि भाजपा महिला विरोधी पार्टी है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है और महिलाओं के कल्याण के लिए कन्याश्री जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं। सेन ने कहा, “ममता बनर्जी से सीखना चाहिए कि महिलाओं के विकास के लिए कैसे काम करना चाहिए।”