कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
Karnataka CM: कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की मांग लंबे समय से उठ रही है। हाल ही में जब यह मामला आलाकमान तक पहुँचा, तो राज्य प्रभारी रणदीप सुरजेवाला इस विवाद को शांत करने के लिए सूबे की राजधानी बेंगलुरु पहुंच गए पहुंच गए।
इस बीच डीके शिवकुमार गुट के एक विधायक ने तो बड़ा दावा करते हुए यहां तक दिया कि हमारे साथ 100 विधायक हैं। जिसके बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने डीके शिवकुमार को अपने बगल में बिठाकर मीडिया से बात की।
इसके बाद सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि मैं पूरे 5 साल तक मुख्यमंत्री रहूँगा। माना जा रहा था कि यह विवाद अब थम गया है, लेकिन चर्चाओं का दौर फिर से शुरू हो गया है। वजह यह है कि राहुल गांधी ने आज रात दिल्ली में एक बैठक बुलाई है, जिसमें सिद्धारमैया के साथ डीके शिवकुमार भी मौजूद रहेंगे।
कर्नाटक के कांग्रेसियों में चर्चा है कि शायद सिद्धारमैया को पद छोड़ने के लिए कहा जा सकता है और उन्हें केंद्रीय संगठन में कोई ज़िम्मेदारी मिल सकती है। सबसे ज़्यादा चर्चा इस बात की है कि उन्हें कांग्रेस के ओबीसी प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालाँकि, इस पर कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
डीके शिवकुमार की दावेदारी 2023 में चुनाव नतीजे आने के बाद से ही थी, लेकिन कुछ मामलों की वजह से उन्हें मौका नहीं मिला। तब से उनके समर्थक कह रहे हैं कि समझौता ढाई-ढाई साल के लिए हुआ है। हालाँकि, सिद्धारमैया गुट इससे इनकार करता रहा है।
डीके शिवकुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री, महासचिव और मैं दिल्ली में रहेंगे। पार्टी के मामलों पर चर्चा होगी। उनसे यह भी पूछा गया कि क्या सिद्धारमैया का एग्जिट प्लान तय है और क्या उन्हें पार्टी की ओबीसी कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
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इस पर डीके शिवकुमार ने कहा, ‘सिद्धारमैया ओबीसी वर्ग के बड़े नेता हैं। 15 जुलाई से बेंगलुरु में ओबीसी कमेटी की बैठक है, जो उनके नेतृत्व में होगी। भले ही वह इस कमेटी के प्रमुख नहीं हैं।’ बता दें कि दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात से पहले डीके शिवकुमार की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात है।