अयोध्या: अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे राम मंदिर के उद्घाटन में 5 महीने बाकी हैं। मंदिर निर्माण में ग्राउंड फ्लोर का लगभग काम पूरा हो गया है। अब फिनिशिंग का काम हो रहा है। मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की नई तस्वीरें जारी की।
पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने पर पीएम ने दिया जोर
मंगलवार को पीएम मोदी से सीएम योगी ने दिल्ली में मुलाकात की। उधर, प्रधानमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी से मुलाकात की है। पीएम मोदी ने अयोध्या में कितनी जमीन सरकार के पास उपलब्ध है, इसकी जानकारी ली। उन्होंने अयोध्या में पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने पर जोर दिया।
पार्किंग और लोगों के रुकने से लेकर तमाम सुविधाओं को विकसित करने की बात कही। करीब 2 घंटे तक चली बैठक में अयोध्या में मंदिर संग्रहालय बनाने का निर्णय लिया गया। मंदिर संग्रहालय में देश में मौजूद प्रमुख मंदिरों को कैसे बनाया गया है, वे कैसे दिखते हैं और उनकी क्या विशेषताएं हैं। इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। मुलाकात में राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, मंत्री एके शर्मा, अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार के अलावा कमिश्नर गौरव दयाल भी मौजूद रहे।
सबसे पहले भव्य राम मंदिर की नई तस्वीरें देखिए…
170 खंभों पर खड़ा होगा भूतल
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूतल 170 खंभों पर खड़ा है, जिसमें देवी-देवताओं की खूबसूरत नक्काशी की जा रही है। बताया गया है कि यह नक्काशी का काम काफी बारीक है, इसलिए इसे पहले से इन खंभों पर नहीं किया जा सकता था। इसके अलावा मंदिर की दीवारों और छतों पर भी खूबसूरत नक्काशी की गई है।
गर्भगृह के नक्काशी युक्त छत के नीचे भव्य सिंहासन पर रामलला विराजमान होंगे। मंदिर का गर्भ गृह सफेद संगमरमर के 6 खभों पर टिका है, जबकि बाहरी खंभे पिंक सैंड स्टोन के हैं। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में उनके जन्मोत्सव के समय यहीं पर दोपहर 12 बजे सूर्य की किरण कुछ देर के लिए रामलला के ललाट पर भी पड़ेगी।
जनवरी 2024 में मंदिर का उद्घाटन होना है। ऐसे में निर्माण कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। 14 से 24 जनवरी के बीच राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होना है। इसकी मुख्य तारीख पर आज दिल्ली में मुहर लग सकती है। समारोह के लिए कार्यक्रम स्थल पर केवल 10 हजार कुर्सिंयां राम भक्तों और संतों के लिए लगेगी। जबकि दो लाख श्रद्धालुओं के रहने और भोजन आदि की व्यवस्था में राम मंदिर ट्रस्ट जुटा हुआ है। समारोह का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। राम मंदिर का भूतल बनकर तैयार हो चुका है। खंभों में मूर्तियां बनाई जा रही हैं। साथ ही फर्श बनाने का काम भी तेजी से हो रहा है, जो अक्टूबर तक पूरा किया जाना है। यह काम खास कारीगरों की टीम कर रही है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय निर्माण कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
कर्नाटक के पत्थर से बन रही राम मूर्ति
राम मंदिर के 42 दरवाजों का काम हैदराबाद की टीम कर रही है। इसे महाराष्ट्र के चंद्रपुर के सागौन की लकड़ी का बनाया जा रहा है। इसमें राम मंदिर के हर तल पर 14 दरवाजे लगाए जाने हैं। इस बीच कारसेवकपुरम में रामलला के 5 साल वाले बाल स्वरूप की प्रतिमा बनाई रही है। इसमें दो प्रतिमा कर्नाटक के श्याम वर्ण के पत्थरों की बन रही है। जबकि एक राजस्थान से खास तौर पर मंगाए गए श्वेत संगमरमर से बन रही है। इनमें एक प्रतिमा को आकार दिया जा चुका है। इसकी केवल फिनिशिंग होनी बाकी है।
5 अगस्त को पीएम ने किया था भूमि-पूजन
5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने मंदिर का भूमि पूजन किया था। इसके बाद से रामलला के दरबार में लगातार भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। सैकड़ों साल से भक्तों के आस्था का केंद्र हनुमानगढ़ी हुआ करता था। मगर, अब भक्त सरयू में दर्शन-पूजन कर सबसे पहले रामलला का दर्शन करने पहुंच रहे हैं।