राहुल गांधी
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने एक बार फिर धांधली का आरोप लगाया है। राहुल गांधी के बयान के बाद देशभर में सियासी बवाल मच गया है। अब चुनाव आयोग के सूत्रों ने उनके दावों को खारिज करते हुए शनिवार को कहा कि मतदाताओं से अनुकूल चुनाव परिणाम नहीं मिलने के बाद चुनाव निकाय को बदनाम करना पूरी तरह बेतुका काम है।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र राज्य विधानसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ का आरोप लगाया है। सूत्रों ने बताया कि किसी के द्वारा प्रसारित कोई भी गलत सूचना चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त हजारों प्रतिनिधियों की बदनामी है और ये चुनाव कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने वाला होता है, जो इस बड़े काम के लिए अथक परिश्रम करते हैं। चुनाव आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र की मतदाता सूची को लेकर लगाए गए निराधार आरोप कानून के शासन का अनादर है।
राहुल गांधी ने अखबार में प्रकाशित लेखों की तस्वीरें साझा करते हुए एक्स पर लिखा कि चुनाव की चोरी का पूरा खेल! 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था। राहुल ने आगे लिखा, मैंने अपने लेख में स्टेपवाइज विस्तार से बताया है कि कैसे ये साजिश रची गई।
स्टेप 1 – निर्वाचन आयोग की नियुक्ति करने वाली समिति पर कब्जा किया गया।
स्टेप 2 – फर्जी मतदाताओं को सूची में जोड़ा गया।
स्टेप 3 – मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाए गए।
स्टेप 4 – जहां भाजपा को जिताना था, वहां लक्षित करके फर्जी मतदान कराया गया।
स्टेप 5 – सबूतों को छिपा दिया गया।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जोरदार पलटवार किया। सीएम फडणवीस ने राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में अपनी हार स्वीकार कर ली है। मैंने हमेशा कहा है कि जब तक राहुल गांधी फैक्ट नहीं समझेंगे और खुद से झूठ बोलना बंद नहीं करेंगे, तब तक कांग्रेस जीत नहीं सकती।
(एजेंसी इनपुट के साथ)