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नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र (The Monsoon Session of Parliament) आज से यानी गुरूवार से शुरू हो रहा है। सत्र में मणिपुर (Manipur) में जारी हिंसा और दिल्ली अध्यादेश (Delhi Ordinance) पर मानसून सत्र में घमासान होने की भी आशंका जताई जा रही है। विपक्षियों ने खासकर मणिपुर हिंसा (Manipur violence) पर चर्चा से कोई समझौता न करने का ऐलान पहले ही कर दिया है। सांसद और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी (Manish Tiwari) ने इसके लिए संसद को स्थगन प्रस्ताव का नोटिस भी दिया है। वहीं संसदीय कार्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि संसदीय नियमोनुसार वह सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है।
संसद का मानसून सत्र के लिए कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। pic.twitter.com/EEsB708kWn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 20, 2023
मनीष तिवारी का संसद को स्थगन प्रस्ताव
संसद का मानसून सत्र के लिए कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। विपक्षियों की प्रथम प्राथमिकता मणिपुर में जारी हिंसा पर संसद में चर्चा करना है। इसके लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हो सकती है।
31 विधेयक पेश किए जाएंगे
सर्वदलीय और कार्यमंत्रणा समिति की बैठकों में प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने बताया कि मानसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगी। इस सत्र में सरकार की ओर से 31 विधेयक पेश किये जाएंगे। इनमें दिल्ली अध्यादेश से जुड़े बिल के अलावा एक फिल्म पाइरेसी को रोकने के कानून का ड्राफ्ट भी शामिल है। वहीं संवैधानिक प्रावोधानो के अनुसार सरकार के लिए दिल्ली अध्यादेश से संबधित विधेयक को इसी सत्र में पास कराना जरूरी है।