जाओ और मोदी को बताओ पर भारतीय सेना ने 24 मिसाइलों से दिया जवाब
Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला किसी खौफनाक सपने से कम नहीं था। 22 अप्रैल को 26 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया, जिसमें सिर्फ पुरुष शामिल थे। गोलियों की गूंज के बीच एक घायल महिला ने चीखते हुए आतंकियों से कहा था, “मुझे भी मार दो!” लेकिन आतंकियों का जवाब रूह कंपा देने वाला था। उन्होंने कहा था, “हम तुम्हें नहीं मारेंगे, जाकर मोदी को बता दो।” यह सिर्फ एक जवाब नहीं, पूरे देश को दी गई चुनौती थी। जिसका जवाब अब आतंकिस्तान को मिल गया है।
आतंकवादियों द्वारा दिए गए उस चुनौती का जवाब ऑपरेशन सिंदूर बनकर आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने 24 मिसाइलों से पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि उन महिलाओं के आंसुओं का जवाब जिन्होंने अपना सिंदूर खोया था। इसलिए आतंक पर बदले की इस कार्रवाई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ का नाम दिया है।
दरअसल, कर्नाटक के शिमोगा की रहने वाली पल्लवी नाम की महिला अपने पति मंजूनाथ और बेटे के साथ छुट्टियां मनाने पहलगाम पहुंची थी। लेकिन उस दिन उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई। आतंकी हमला हुआ और पल्लवी ने अपनी आंखों के सामने अपने पति को गोली लगते देखा। वह चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन आतंकियों ने कोई दया नहीं दिखाई।
जब पल्लवी ने आतंकियों से कहा, ‘अब मैं क्या करूंगी, मुझे भी मार दो’, तो एक आतंकी ने कहा, ‘जाओ, जाकर मोदी को बताओ’। आतंकियों की यह बात सुनकर पूरा देश भड़क गया। पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत आपात बैठक की। उन्होंने साफ कहा, जिन्होंने ऐसा किया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और फिर जवाब आया, भारतीय वायुसेना का ऑपरेशन सिंदूर।
7 मई को रात करीब 1:30 बजे भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर लगभग 90 से 100 आतंकियों को ढेर कर दिया है। ये वो जगहें थीं, जहां भारत पर हमले की योजना बनाई जाती थी। इस हमले में पाकिस्तान की मस्जिदों से ऐलान किया गया कि नागरिक अपने घरों में ही रहें।
भारत के इस ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को उसकी औकात नजर आ गई है। मोदी को बता देना वाला बयान उन पर ही भारी पड़ा है। पाकिस्तान में बढ़ रहे आतंकवादी को ये अब समझ आ गया होगा कि भारत अब चुप नहीं रहता, वह कार्रवाई करता है और यह कार्रवाई अब केवल बयानों से नहीं, बल्कि बमों से होती है।