देशभर में मानसून ने पकड़ी रफ्तार (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: देशभर में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसके साथ ही कई राज्यों में बाढ़, जलभराव और भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। मौसम विभाग ने 25 जून को ताजा अलर्ट जारी करते हुए गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना और हरियाणा सहित कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। सिंथेटिक अपर्चर रडार (SAR) डेटा से सामने आए सैटेलाइट चित्रों में साफ देखा गया है कि कई जिले बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।
गुजरात के पश्चिमी जिलों कच्छ, मोरबी, जामनगर और देवभूमि द्वारका में पानी भर गया है। वहीं पूर्वी जिलों सूरत, वलसाड, तापी और पंचमहल में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। तापी नदी की सहायक धाराओं के कारण निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे कई गांव प्रभावित हुए हैं।
हरियाणा और महाराष्ट्र में भी पानी का संकट
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में बीते 48 घंटे में भारी वर्षा दर्ज की गई है। कई इलाकों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिसके चलते प्रशासन को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। दूसरी ओर, महाराष्ट्र के नासिक, पुणे, कोल्हापुर, सतारा और यवतमाल जिलों में भी मध्यम से भारी बारिश हुई है, जिससे ट्रैफिक और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
मंगलवार सुबह तक सूरत में 24 घंटे में 346 मिमी बारिश दर्ज की गई। नगर प्रशासन ने अतिरिक्त 66 मिमी वर्षा की भी पुष्टि की है, जिससे शहर में बड़े पैमाने पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
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तेलंगाना में नदी घाटियों में बाढ़ जैसे हालात
तेलंगाना के आदिलाबाद, निजामाबाद और नलगोंडा जिलों में कृष्णा और गोदावरी नदी घाटियों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। लगातार हो रही बारिश ने इन क्षेत्रों के नदी किनारे बसे गांवों में खतरे की घंटी बजा दी है। स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए संवेदनशील इलाकों से लोगों को हटाने की कवायद शुरू कर दी है। विशेषज्ञों की मानें तो मानसून अभी और तेज होने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में और अधिक राज्यों को बाढ़ की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।