चिक्का तिरुपति मंदिर प्रसाद खाने के बाद बीमार हुए भक्त, फोटो: सोशल मीडिया
वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में यह घटना वार्षिक मेले के दौरान हुई जहां भारी संख्या में भक्त इकट्ठा हुए थे। ढेरों लोगों के बीमार होने के बाद प्रशासन ने प्रसाद के नमूने को जांच के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि रविवार की शाम मंदिर में श्रद्धालुओं को दही और गर्म पानी का प्रसाद वितरित किया गया था। ये प्रसाद एक निजी संस्था द्वारा वितरित किया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शाम लगभग 7: 30 बजे से प्रसाद वितरण शुरू हुआ और अनुमान है कि लगभग 1500 लोगों को यह प्रसाद मिला।
प्रसाद खाने के बाद सोमवार सुबह से कई श्रद्धालुओं को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने लगी। 50 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए जिनमें से कई को तुरंत अरसीकेरे तालुका अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी है कि अब तक 20 लोग उपचार के बाद घर लौट चुके हैं जबकि 30 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज जारी है।
तालुका प्रशासन ने इस घटना पर त्वरित संज्ञान लिया और प्रसाद के सैंपल को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि समय रहते इलाज शुरू हो गया इसलिए स्थिति गंभीर नहीं होने पाई। प्रशासन यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं का दोहराव ना हो।
यह कोई पहली घटना नहीं है जब कर्नाटक में मंदिरों में वितरित प्रसाद खाने के बाद लोग बीमार पड़े हों। 2018 में चामराजनगर जिले के सुलवाडी गांव में स्थित किच्चुगुट्टी मरम्मा मंदिर में भी ऐसी ही एक घटना हुई थी जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों श्रद्धालु बीमार हो गए थे। बाद में जांच में सामने आया कि उस प्रसाद में कुछ गड़बड़ी थी।
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हालिया घटना के बाद इलाके में श्रद्धालुओं के बीच डर और चिंता का माहौल है। लोगों का कहना है कि मंदिरों में प्रसाद की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर प्रशासन को अधिक सतर्क रहना चाहिए। फिलहाल सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं जिससे यह साफ हो सकेगा कि श्रद्धालुओं की तबीयत खराब होने का असली कारण क्या था।