एक जून से होने वाले हैं ये बड़े बदलाव (डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली: आज यानी शनिवार को मई महीने का आखिरी दिन है। कल से जून 2025 शुरू हो जाएगा। हर महीने की तरह इस बार भी कई अहम बदलाव होने जा रहे हैं, जिसका असर हर परिवार की आर्थिक स्थिति पर होने वाला है।
एक तरफ रसोई में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की संभावना है, तो वहीं दूसरी तरफ क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में भी बदलाव देखने को मिलेंगे। आइए इन बड़े बदलावों और उनके संभावित प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
आधार कार्ड से जुड़ा एक अहम बदलाव जून महीने में होने जा रहा है, जो 1 तारीख से नहीं, बल्कि 14 जून के बाद लागू होगा। यूआईडीएआई ने आधार यूजर्स को मुफ्त आधार कार्ड अपडेट की सुविधा दी है, जिसकी आखिरी तारीख 14 जून है। अगर कोई यूजर इस तारीख तक मुफ्त अपडेट नहीं करवा पाता है, तो उसे इस सेवा के लिए 50 रुपये का शुल्क देना होगा।
सरकार 1 जून को ईपीएफओ का नया वर्जन ईपीएफओ 3.0 लॉन्च करने की योजना बना रही है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसके फायदे और बदलावों के बारे में जानकारी साझा की। इस नए वर्जन के आने से देश के 9 करोड़ से ज्यादा सदस्यों को एटीएम के जरिए पीएफ की रकम निकालने की सुविधा मिल सकती है।
हर महीने की पहली तारीख को लोगों की निगाहें एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में संभावित बदलाव पर टिकी रहती हैं और यह पहली मई को भी हो सकता है। इस महीने की शुरुआत में तेल विपणन कंपनियों ने 14 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों को स्थिर रखा है, जबकि 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 17 रुपये प्रति सिलेंडर की कमी की गई है।
हवाई यात्रियों के लिए 1 जून 2025 को एक अहम बदलाव हो सकता है, जिससे उन्हें राहत या मुश्किल हो सकती है। दरअसल, तेल विपणन कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को न सिर्फ एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं, बल्कि एयर टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में भी संशोधन करती हैं। मई में एटीएफ की कीमतों में कमी की गई थी, और जून की शुरुआत में भी इसमें बदलाव की संभावना है। इसके साथ ही सीएनजी और पीएनजी की नई कीमतें भी जारी की जा सकती हैं।
तीसरा अहम बदलाव पहली तारीख से क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए लागू हो रहा है। अगर आप कोटक महिंद्रा बैंक का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं, तो आपको 1 जून से बड़ा झटका लग सकता है। इस बदलाव का मुख्य पहलू ऑटो डेबिट ट्रांजेक्शन से जुड़ा है। अगर आपके ऑटो डेबिट ट्रांजेक्शन में कोई दिक्कत आती है, तो बैंक की तरफ से 2 फीसदी का बाउंस चार्ज लगाया जा सकता है, जो न्यूनतम 450 रुपये और अधिकतम 5000 रुपये हो सकता है।
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, पहली तारीख से ज्यादातर क्रेडिट कार्ड पर मासिक फाइनेंस चार्ज बढ़ सकता है। यह मौजूदा 3.50 प्रतिशत (42 प्रतिशत प्रति वर्ष) से बढ़कर 3.75 प्रतिशत (45 प्रतिशत प्रति वर्ष) हो सकता है।
बैंक जून में फिक्स्ड डिपॉजिट और लोन की ब्याज दरों में बदलाव कर सकते हैं। रिजर्व बैंक द्वारा संभावित रेपो रेट में कटौती के कारण एफडी दरों में कमी आ सकती है। उदाहरण के लिए, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 5 साल की एफडी पर ब्याज दर 8.6% से घटाकर 8% कर दी है।
सेबी ने ओवरनाइट म्यूचुअल फंड स्कीम के लिए नया कट-ऑफ टाइम तय किया है। 1 जून से ऑफलाइन ट्रांजेक्शन के लिए दोपहर 3 बजे और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए शाम 7 बजे का समय होगा। इसके बाद किए गए ऑर्डर अगले कार्य दिवस पर मान्य होंगे।
एनपीसीआई ने एक नया नियम लागू किया है, जिसके अनुसार यूपीआई पेमेंट करते समय यूजर्स को केवल ‘अल्टीमेट बेनिफिशियरी’ यानी असली रिसीवर का बैंकिंग नाम ही दिखाई देगा। अब क्यूआर कोड या एडिट किए गए नाम नहीं दिखेंगे। यह नियम 30 जून तक सभी यूपीआई ऐप पर लागू होना अनिवार्य है।
कुछ बैंकों ने संकेत दिया है कि जून से क्रेडिट कार्ड से बिजली और पानी जैसे यूटिलिटी बिल का भुगतान करने पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जा सकता है या कैशबैक की शर्तों में बदलाव किया जा सकता है।
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आरबीआई के मुताबिक, जून 2025 में रविवार, दूसरा और चौथा शनिवार मिलाकर कुल 12 बैंक अवकाश होंगे। साथ ही बकरीद जैसे त्यौहारों पर भी बैंक बंद रहेंगे। इसलिए कैश या बैंकिंग से जुड़ी योजना पहले से तैयार कर लेना जरूरी है।