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नई दिल्ली : जल शक्ति मंत्रालय ने बीते मंगलवार को जानकारी दी कि पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के 90% से अधिक गांवों ने ‘खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) प्लस’ का दर्जा हासिल कर लिया है। यह उपलब्धि स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) के तहत स्वच्छता के उन्नत मानकों को दर्शाती है। ओडीएफ प्लस का उद्देश्य खुले में शौच मुक्त स्थिति को बनाए रखना और उसे और बेहतर करना है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, पंजाब और उत्तर प्रदेश के 98% गांवों ने ओडीएफ प्लस मानकों को पूरा कर लिया है। वहीं, मध्य प्रदेश ने 99% गांवों को इस सूची में शामिल कर लिया है। खास बात यह है कि इनमें से 95% गांव उन्नत ओडीएफ प्लस मॉडल पर खरे उतरे हैं।
बिहार ने भी इस दिशा में बड़ी प्रगति की है। राज्य के 92% गांव ‘ओडीएफ प्लस’ के मानकों को पूरा कर चुके हैं। हालांकि यह आंकड़ा अन्य राज्यों की तुलना में थोड़ा कम है, लेकिन यह स्वच्छता में हो रहे सकारात्मक बदलावों का संकेत देता है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने इस उपलब्धि पर राज्य अधिकारियों और मिशन निदेशकों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में चर्चा की। उन्होंने इन राज्यों की सराहना करते हुए इसे ग्रामीण स्वच्छता की दिशा में बड़ा कदम बताया। मंत्री ने कहा कि यह उपलब्धि जनभागीदारी और सरकार के प्रयासों का नतीजा है।
‘ओडीएफ प्लस’ का मतलब सिर्फ खुले में शौच से मुक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन, सार्वजनिक शौचालयों की बेहतर स्थिति, और स्वच्छता संबंधी आदतों को बनाए रखना भी है। इसे ग्रामीण भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।