आईपीएस वाई पुरन कुमार, (कॉन्सेप्ट फोट)
IPS Y Puran Kumar Suicide Case: हरियणा के आईजी वाई पूरन कुमार ने क्यों आत्महत्या की? यह सवाल अब भी एक पहेली की तरह बना हुआ है। क्या वह किसी टेंशन में यह कदम उठाया या उन्हें किसी चीज का डर था? जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ रही है, केस में नया ट्विस्ट आ रहा है। अब जो नई बात सामने आई है, उससे यह शक गहरा रहा है कि क्या भ्रष्टाचार के केस से वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार डरे हुए थे? क्या शराब, रिश्वत और ऑडियो क्लिप उनकी मौत की वजह तो नहीं? दरअसल, हरियाणा में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) वाई. पूरन कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मारकर अपनी जान दे दी।
सीनियर आईपीएस ऑफिसर वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में अब एक नया अपडेट सामने आया है। सूत्रों का कहना है कि रोहतक रेंज के IG रहे वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार के खिलाफ करप्शन का केस दर्ज हुआ था। गनमैन सुशील कुमार ने पुलिस हिरासत में कबूल किया था कि IG रहे वाई पूरन कुमार के कहने पर मंथली रिश्वत मांगी थी। 2 दिन पहले रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में एक FIR दर्ज की गई थी। ये FIR रोहतक रेंज के IG रहे वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार के खिलाफ थी। इसमें सुशील कुमार पर एक शराब कारोबारी से रिश्वत मांगने का आरोप था।
रोहतक पुलिस के सूत्रों ने बताया कि वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील ने एक शराब कारोबारी से दो से ढाई लाख रुपए मंथली रिश्वत मांगी थी। इससे जुड़ा एक ऑडियो क्लिप मिलने के बाद गनमैन सुशील को अरेस्ट किया गया। पूछताछ में सुशील ने वाई पूरन कुमार का नाम लिया। रोहतक पुलिस ने मंगलवार शाम को सुशील को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
वहीं, पूरन कुमार को 29 सितंबर को सरकार ने रोहतक रेंज के IG पद से हटाते हुए पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (PTC), सुनारिया में IG लगा दिया था। पुलिस महकमे में इसे एक तरह की पनीशमेंट ट्रांसफर समझा जा रहा था। पुलिस के मुताबिक, मृतक अधिकारी के आवास से एक ‘वसीयत’ और एक ‘अंतिम नोट’ बरामद किया गया है। पुलिस ने बताया कि पूरन कुमार ने कथित तौर पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। उनकी बेटी को उनका शव बेसमेंट में मिला। हालांकि, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
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पूरन कुमार हरियाणा पुलिस में ADGP के पद पर तैनात थे। 29 सितंबर को ही उनकी पोस्टिंग रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में हुई थी। कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। पूरन कुमार अपने सख्त और ईमानदार रवैये के लिए जाने जाते थे। उनके साथ काम करने वाले अफसरों का कहना है कि वे हमेशा नियमों और पारदर्शिता को प्राथमिकता देते थे। अब उनकी अचानक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब पुलिस जांच के बाद ही मिल पाएंगे।