एडीजीपी वाई.एस. पूरन, फोटो- सोशल मीडिया
Haryana ADGP Suicide: हरियाणा पुलिस विभाग के लिए सोमवार का दिन बेहद दुखद साबित हुआ। राज्य के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) वाई.एस. पूरन ने चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास में आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि उन्होंने खुद को अपनी सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल को घेरकर जांच शुरू कर दी। पूरन की अचानक हुई मौत से पूरे पुलिस विभाग और प्रशासनिक तंत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
सूचना मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और एडीजीपी पूरन का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस अब घर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि घटना के समय की स्थिति स्पष्ट हो सके।
आईपीएस वाई.एस. पूरन हरियाणा कैडर के 2001 बैच के अधिकारी थे। उन्हें एक ईमानदार, अनुशासित और सख्त छवि वाले अधिकारी के रूप में जाना जाता था। उनके आकस्मिक निधन से पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मियों में गहरा सदमा है। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें कर्तव्यनिष्ठ और जनता से जुड़े अधिकारी के रूप में याद किया।
जानकारी के अनुसार, एडीजीपी पूरन की पत्नी एक आईएएस अधिकारी हैं और घटना के समय मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ एक सरकारी दौरे पर जापान में थीं। घटना की खबर मिलते ही उन्हें इसकी सूचना दी गई। फिलहाल, पुलिस आत्महत्या के कारणों की गहराई से जांच कर रही है।
अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि एडीजीपी पूरन ने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल किसी तरह का नोट या दस्तावेज बरामद नहीं हुआ है, जिससे आत्महत्या के पीछे का कारण पता चल सके। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटा लिए हैं और परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।
यह भी पढ़ें: “छह और ग्यारह, एनडीए नौ दो ग्यारह”, लालू यादव के सोशल मीडिया पोस्ट पर घमासान, एनडीए ने किया पलटवार
एडीजीपी पूरन की मौत ने पूरे हरियाणा पुलिस महकमे को झकझोर दिया है। वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें एक सच्चा और समर्पित अधिकारी बताया। राज्य सरकार ने भी घटना पर गहरा दुख जताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं।