नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सोर्स:-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जो कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट भी कहा जाता है। जो कि अब जल्द ही शुरू होने वाला है। नोएडा हवाई अड्डा योगी सरकार की सबसे प्रमुख परियोजनाओं में एक है। जिसकी शुरुआत के आगले साल यानी 2025 के अप्रैल में होने वाली है। जी हां इस एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट अप्रैल 2025 में उड़ान भरेगी।
नोएडा एयरपोर्ट की शुरुआत को लेकर नोएडा एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने दावा किया है कि अब एयरोपोर्ट का काम जल्द ही पूरा होने वाला है और काम पूरा होने के बाद नोएडा एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट के नाम से जाना जाएगा) देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा और इसकी शुरूआत अगले साल यानी 2025 अप्रैल में यहां से पहली उड़ान भरेगी।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में अभी तक के कार्य की रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने बृहस्पतिवार को कहा कि हवाई अड्डे के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस ने बड़े स्तर पर दिलचस्पी दिखाई है। जानकारी के लिए बता दें कि अगले साल अप्रैल में वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने की तैयारियों में जुटा नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अपनी सत्यापन उड़ानें पूरा करने के बाद दिसंबर में एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन करेगा।
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श्नेलमैन ने कहा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए सेवा देने वाली घरेलू विमानन कंपनियों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों की भी नोएडा को गंतव्य के रूप में चुनने में काफी रुचि है।” घरेलू एयरलाइंस इंडिगो और अकासा एयर ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ समझौता किया है।
चलिए अब नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की खासियत की बात करते है। सबसे पहले तो आपको बता दें कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है। जिसकी क्षमता पहले चरण में 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी। इसका विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) कर रही है। इसका निर्माण नवंबर, 2021 में शुरू हुआ था।
हवाई अड्डा के शुरूआत को लेकर वाईआईएपीएल की मुख्य परिचालन अधिकारी किरण जैन ने कहा कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण यहां पर सितंबर और अक्टूबर के महीनों में उपकरण लैंडिंग प्रणाली के लिए उड़ानें संचालित करेगा।
इसके साथ ही जैन ने कहा कि विमानों के आवागमन से संबंधित प्रक्रियाओं को तय करने के लिए दिसंबर में सत्यापन उड़ानें संचालित की जाएंगी। उन उड़ानों के पूरा होने के बाद हवाईअड्डा परिचालक एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन दाखिल करेगा।
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वहीं हवाई अड्डा के अधिकारियों ने कहा कि हवाई पट्टी का अधिकांश काम पूरा कर लिया गया है। पहले चरण में हवाई अड्डे पर एक टर्मिनल, एक हवाई पट्टी, 10 एयरोब्रिज और 25 पार्किंग स्टैंड होंगे। पहले इसका परिचालन इस साल सितंबर तक ही शुरू करने की उम्मीद थी लेकिन निर्माण में विलंब की वजह से इसके अप्रैल, 2025 तक शुरू होने की संभावना है।