गडचिरोली: महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले (Gadchiroli) में कई मुठभेड़ों, आगजनी और हत्या की घटना में शामिल रही एक महिला नक्सली ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण (Female Naxalite surrenders) कर दिया है। उसपर कुल 11 लाख रुपये का इनाम घोषित था। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
गडचिरोली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक ,पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बीजापुर की रहने वाली रजनी उर्फ कलावती समैया वेलादी ने बताया कि नक्सल कमांडर उस जैसे कार्यकर्ताओं से गतिविधियों के लिए जबरन वसूली करने को कहते हैं, लेकिन वे उन पैसों का उपयोग अपने लिए करते हैं।
बयान में वेलादी के हवाले से कहा गया है, ‘‘वरिष्ठ माओवादियों द्वारा महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है। शादीशुदा सदस्य स्वतंत्र विवाहित जीवन नहीं जी सकती हैं।” बयान के अनुसार वेलादी सुरक्षाबलों के साथ हुई कई मुठभेड़ों का हिस्सा रही है, उनमें 2017 में छत्तीसगढ़ में हुई वह मुठभेड़ भी शामिल है, जिसमें घात लगाकर किये गये हमले में 12 जवानों की मौत हो गयी थी।
बयान के मुताबिक, वेलादी पर कुल 11 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था, इनमें महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषित छह लाख रुपये और छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से घोषित पांच लाख रुपये का इनाम शामिल है। पुलिस ने कहा कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के कई सदस्यों का उनके नेतृत्वकर्ताओं के खोखले दावों से मोहभंग हो गया है और वे आम लोगों के खिलाफ हिंसा से आजिज आ गये हैं।
वे नक्सलियों पर केंद्रित महाराष्ट्र की ‘आत्मसमर्पण -सह-पुनर्वास’ नीति की ओर भी आकर्षित हुए हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘गडचिरोली पुलिस के समक्ष अबतक 586 सक्रिय माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।” इसमें कहा गया है कि जो भी नक्सली हथियार डालकर समाज की मुख्य धारा में आने को इच्छुक हैं, उन्हें सभी जरूरी सहायता उपलब्ध करायी जाएगी।
(एजेंसी)