सोनम रघुवंशी और राज कुशवाह, (फोटो-सोशल मीडिया)
मेघालय में हनीमून मनाने गए इंदौर के राजा रघुवंशी मर्डर मामले में पुलिस की पूछताछ पूरी हो चुकी है। पुलिस ने सोनम और राज समेत उनके तीन साथियों विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को स्पॉट पर ले जाकर मर्डर का रिक्रिएशन भी करवाया है। इसमें आरोपियों ने बताया कि कैसे उन्होंने राजा की हत्या की। पुलिस ने इसकी पूरी वीडियोग्राफी भी की है।
इसके बाद भी ये सवाल हैं कि क्या मेघालय पुलिस के पास सोनम-राज और उसके तीन साथियों को सजा दिलवाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं? यदि सबूत पुख्ता है तो मेघालय पुलिस की एक टीम ने इंदौर में डेरा क्यों डाला हुआ है। पुलिस आखिरकार क्या तलाश कर रही है? मेघायल पुलिस के अधिकारियों और एक्सपर्ट ने बताया कि क्या ये सबूत आरोपियों पर हत्या का आरोप सिद्ध करने के लिए काफी हैं? या कुछ और जरुरी सबूत अभी छूट गए हैं।
सोनम और राज की दस दिन की पुलिस रिमांड के दौरान मेघालय पुलिस ने दोनों से अलग-अलग पूछताछ की। साथ ही राजा की हत्या के बाद जो सबूत इकट्ठे किए थे उन्हें आरोपियों के जरिए वेरिफाई किया। पूछताछ के दौरान सोनम ने बताया कि राज ही इस मर्डर का मास्टरमाइंड है। उसी ने शादी के 11 दिन पहले प्लानिंग की थी। विशाल, आकाश और आनंद 19 मई को ही गुवाहाटी पहुंच गए थे। यहां उन्होंने राजा के मर्डर की कोशिश की, मगर नाकाम हो गए। इसके बाद सोनम राजा को लेकर शिलॉन्ग पहुंची। यहां 23 मई को राजा की हत्या के बाद सभी लोग अपने-अपने रास्ते निकल गए।
राजा की हत्या जिस हथियार से की गई थी। पहला वार विशाल चौहान ने किया था और दूसरा आकाश ने। राजा की हत्या के बाद दोनों ने हथियारों को खाई में फेंक दिया था। राजा की लाश के पास से पुलिस को एक डाव मिला था। आकाश ने जिस दूसरे डाव का इस्तेमाल किया था वो 16 जून को पुलिस ने बरामद किया।कोर्ट में हत्या प्रमाणित करने के लिए पुलिस ने गुवाहटी के उस दुकानदार से बात कर ली है, जहां से ये हथियार खरीदा गया था। ये प्रमाणित हो गया है कि विशाल और आकाश ने ये ही ये हथियार खरीदे थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन हथियारों पर लगा खून और राजा का खून भी मैच हो गया है। इससे ये साफ हो जाएगा कि हत्या उन्हीं लोगों ने की है, जिन्होंने हथियार खरीदा था।
पुलिस के पास सबसे अहम इलेक्ट्रॉनिक सबूत ये भी है कि जिस वाइसाडोम सेल्फी पाइंट पर राजा की हत्या हुई, उसकी पार्किंग में राजा, विशाल और आकाश की स्कूटी एक साथ पार्क थी। तीनों स्कूटी में जीपीएस ट्रैकर लगा था। पुलिस ने इस ट्रैकर से ये पता लगाया है कि सोनम और राजा जहां-जहां होकर गुजरे, विशाल और आनंद की स्कूटी भी उसी वक्त वहां पहुंची। जिस जगह राजा ने स्कूटी पार्क की थी, वहीं पर आरोपियों ने भी अपनी स्कूटी पार्क की। हत्या के बाद तीनों आरोपी इन्हीं स्कूटी से वहां से रवाना हुए। तीनों स्कूटी यहां 18 मिनट तक रही। पुलिस ने इससे ये मैप किया है कि 18 मिनट में पूरे हत्याकांड को अंजाम देकर आरोपी यहां से रवाना हो गए।
पुलिस ने 23 मई को हत्या के दिन एक्टिव मोबाइल के डेटा का एनालिसिस किया। इसकी रिपोर्ट के आधार पर ही एमपी के संदिग्ध नंबरों की पहचान हुई। पुलिस ने इन नंबरों की कॉल डिटेल्स हासिल की तो पता चला कि ये आपस में कनेक्टेड हैं। इन्हीं नंबरों से पुलिस ने सोनम के कथित ब्वॉयफ्रेंड राज कुशवाह का पता लगाया। कॉल डिटेल्स से ये भी साफ है कि सोनम और राज के बीच एक-एक घंटे लंबी बातचीत होती रही है। पुलिस ने 1 मार्च से 8 अप्रैल तक सोनम और राज के बीच 234 कॉल की हिस्ट्री निकाली है। इसके अलावा पुलिस ने सोनम के जब्त इकलौते मोबाइल की चैट्स से भी ये सबूत जुटाने की कोशिश की है कि ये पूरा प्लान शादी के पहले हो चुका था।