सपा प्रमुख अखिलेश यादव व यूपी में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी'
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे को देश का सबसे महंगा राजमार्ग करार देते हुए इसे केवल चार लेन की सड़क बताया। इस पर योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने तीखा पलटवार किया और कहा कि ‘गद्दी तो विरासत में मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं।’ नंदी ने अखिलेश की तुलना मुगलों से करते हुए उन्हें इतिहास याद दिलाया।
नंदी ने कहा कि नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव ने राजनीति में वर्षों तक तपस्या की थी, लेकिन अखिलेश ने उनके योगदान को दरकिनार कर पिता से ही सत्ता छीन ली। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश ने ‘मुगलों की परंपरा’ अपनाई, जो सत्ता हथियाने के लिए अपने पिता तक को गद्दी से हटा देते थे। मंत्री ने कहा कि अखिलेश की बातों को गंभीरता से लेना समय की बर्बादी है। सपा प्रमुख को प्रदेश की विकास योजनाओं की जानकारी नहीं है और वे सिर्फ आलोचना की राजनीति कर रहे हैं।
योग दिवस पर मंत्री ने की योग साधना, दिया सेहत का संदेश
11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर योग का भव्य आयोजन हुआ। नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने इस आयोजन में भाग लिया और सैकड़ों लोगों के साथ योगाभ्यास किया। संगम नोज पर आयोजित इस कार्यक्रम में गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर योग, सेहत और अध्यात्म का सुंदर मिलन देखने को मिला। मंत्री ने योग को जीवनशैली में शामिल करने की अपील करते हुए कहा कि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का मूल है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड पंचायत चुनाव का बिगुल बजा, जानिए कब-कहां और कैसे होगी वोटिंग; 19 जुलाई को आयेंगे नतीजे
अखिलेश का 2027 में सत्ता वापसी का दावा, नंदी बोले- सपने देखना गलत नहीं
हाल ही में अखिलेश यादव ने दावा किया था कि 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में फिर से बनेगी। इस पर कटाक्ष करते हुए नंदी ने कहा कि “मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना गलत नहीं है, लेकिन हकीकत से दूर रहना खतरनाक हो सकता है।” उन्होंने दावा किया कि जनता योगी और मोदी सरकार के साथ है और विपक्षी दल सिर्फ चुनावी भ्रम फैला रहे हैं।