
दिल्ली ब्लास्ट के पीछे आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है: रक्षा विशेषज्ञ ब्रिगेडियर विजय सागर
Vijay Sagar On Delhi Bomb Blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण धमाके (Delhi Bomb Blast) के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। हर राज्य में चेकिंग और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच, रक्षा विशेषज्ञ सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर विजय सागर ने इस घटना को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए आशंका जताई है कि यह एक आतंकी हमला हो सकता है।
सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर विजय सागर ने कहा, “एक या एक से अधिक विस्फोट हो सकते हैं, जिसके लिए हर जगह सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं। हो सकता है कि कुछ अपराधी सफल हो गए हों, लेकिन अधिकांश को पकड़ लिया गया है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि “भारत की लाल रेखाएं स्पष्ट रूप से खींची गई हैं। कोई भी आतंकवादी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है।” उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी कार्रवाई का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया जाएगा और अधिकतम प्रभाव प्राप्त करने के लिए उसे क्रियान्वित किया जाएगा।
रक्षा विशेषज्ञ विजय सागर ने इस घटना को बहुत दुखद और कायराना बताया है। उन्होंने इस बात की आशंका जताई कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान और आतंकवादियों का हाथ हो सकता है। उन्होंने कहा कि हालांकि शुरुआत में सीएनजी ब्लास्ट की बात सामने आई थी, लेकिन जिस तरह का वीडियो सामने आ रहा है, उसके आधार पर यह कहना मुश्किल है कि यह केवल सीएनजी ब्लास्ट था। उन्होंने बताया कि इस विस्फोट के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
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विजय सागर ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां घटनास्थल के पास की सीसीटीवी फुटेज से जांच कर रही हैं। उन्होंने लाल किले के पास के इलाके को संवेदनशील बताते हुए कहा कि ऐसे संवेदनशील क्षेत्र के पास इस तरह की घटना होना सुरक्षा की चूक भी मानी जा सकती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से जल्द ही कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। फिलहाल, शुरुआती जांच में घटना की वास्तविक वजह पता लगाई जा रही है।
विजय सागर ने कहा कि वर्तमान में भारत की तरफ से रक्षा विशेषज्ञ चल रहा है, इसलिए अब इसकी तैयारी करनी होगी कि इस हादसे का कैसे और क्या जवाब देना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर जांच में किसी आतंकी संगठन का नाम सामने आता है, तो उनके कैंप का पता लगाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद जिस तरह से आतंकी संगठनों को खत्म किया जा रहा है, यह काम आगे भी जारी रहेगा।






