देश के एयरपोर्ट आंतकी हमले के खतरे में (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
National Security: देश के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार गश्त चल रही है। एयरपोर्ट टर्मिनल, पार्किंग पेरीमीटर जोन सभी हाई अलर्ट पर हैं। यहां तक कि हर क्षेत्र कैमरे की निगरानी में है। खुफिया एजेंसियों ने देश की सुरक्षा को लेकर चेतावनी जारी की है। देश के अलग-अलग हिस्सों में आंतकी हमले की पूरी आशंका है। इसके लिए अलर्ट भी जारी किया गया है। सुरक्षा के खतरे से संबंधित चेतावनी आने वाले 22 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक के लिए जारी की गई है। बीते 4 अगस्त को BCAS ने यह सूचना जारी की है। BCAS ने निर्देश दिए हैं कि सभी एयरपोर्ट, एयरस्ट्रिप, हैलीपैड, फ्लाइंग स्कूल और ट्रेनिंग संस्थानों में सुरक्षा कड़ी कर दी जाए ताकि देश की पूरी सुरक्षा बनी रहे।
BCAS में जारी अधिसूचना के अंतर्गत कहा गया है कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी की सर्वे यह कहती है कि देश में असमाजिक तत्वों के कारण संभावित खतरे तेजी से बढ़ सकते हैं। भारत के किसी भी कोने से किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना आने पाए इसके लिए बहुत जरूरी है कि सभी स्थानों पर ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा का ख्याल रखा जाए।
स्थानीय पुलिस का सहयोग इस कार्य में बेहद आवश्यक है। उनके सहयोग से ही एयरपोर्ट सिटी साइड की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। सभी कर्मचारियों, ठेकेदारों, आने -जाने वालों की पहचान सख्त से सख्त रुप में की जानी चाहिए।
डोमेस्टिक और अंतरराष्ट्रीय कार्गो की क्लियरिंग से पहले अधिक से अधिक जांच की जाए। किसी भी संदिग्ध वस्तु के नजर में आने पर आम पब्लिक उसकी सूचना जल्द से जल्द आस-पास के सुरक्षा प्रशासन को दे ताकि स्थानीय पुलिस उस पर जल्द से जल्द कार्रवाई कर सुरक्षा को पुख्ता कर सके। समय- समय पर सुरक्षा संबंधी घोषणाएं और ड्रिल्स भी किए जाएंगे।
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सभी एयरपोर्ट निदेशकों को BCAS ने निर्देश दिया है कि वे स्थानीय पुलिस, CISF, IB और अन्य एजेंसियों के साथ अपना संबंध और मजबूत करें, संभावित खतरे के समय में एक-दूसरे को सहयोग करें। एयरलाइन, पैसेंजर, सर्विस कमिटी की अलग-अलग मीटिंग बुलाने के आदेश भी दिए गए हैं ताकि, हर एजेंसी आने वाले खतरे से वक्त रहते सचेत रहते हुए एक सही रणनीति के तहत सुरक्षा के साथ होने वाले खिलवाड़ से देश को बचा सके।