तेजस्वी सूर्या (सौजन्य-सोशल मीडिया)
बेंगलुरू: बेंगलुरू में शहर नियोजन की खराब व्यवस्था के चलते और बारिश के दिनों में बेंगलुरू की बिगड़ी व्यवस्था को देखते हुए भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने इस मुद्दे पर सवाल उठाया। उन्होंने बेंगलुरू शहर जिसे ब्रांड कहा जाता है उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। साथ ही पार्षद की अनुपस्थिति पर सभी का ध्यान खिंचा है।
दक्षिण बेंगलुरू निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने सोमवार को बेंगलुरू नगर निकाय में मेयर की अनुपस्थिति पर प्रकाश डाला और कहा कि बृहत बेंगलुरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) में इस समय पार्षद भी नहीं हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x पर उन्होंने कहा, “लंबे समय से हम बेंगलुरू की यातायात समस्या और खराब शहरी बुनियादी ढांचे के लिए बैंड-एड समाधान लागू करते रहे हैं, बजाय इसके कि हम इसे एक सुव्यवस्थित नगर नियोजन निकाय के नजरिए से देखें। ऐसे समाधान केवल लक्षण को ठीक करते हैं और समस्या का समाधान नहीं हैं।”
For long, we have implemented band-aid solutions to Bengaluru's traffic problem and poor urban infra, instead of approaching it from the perspective of a well-structured town planning body. Such solutions only fix the symptom and is not the remedy for the problem itself.
The… pic.twitter.com/S10ybCW9tO
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) August 12, 2024
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में शहर के नागरिक मुद्दों को उठाया। बेंगलुरू दक्षिण के सांसद ने कहा, “सुबह-सुबह कुछ घंटों की बारिश के बाद बेंगलुरू में जलभराव और बाढ़ ने एक बार फिर शहर में नगरपालिका नेतृत्व की अनुपस्थिति को उजागर किया है।”
उन्होंने आगे कहा, “ब्रांड बेंगलुरु का मतलब है प्रौद्योगिकी नवाचार, बेजोड़ प्रतिभा पूल और समृद्ध स्थानीय संस्कृति। दुख की बात है कि केवल यातायात, जलभराव, गड्ढे और कचरा प्रबंधन के मुद्दे ही हमारे ब्रांड को चिह्नित कर रहे हैं”।
इस मुद्दे के बारे में अपनी पिछली चेतावनी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने इस बात पर प्रकाश डाला था कि शहर में 3-5 साल के कार्यकाल के साथ सीधे चुने गए मेयर की कमी है, जिसे शहर के शहरी बुनियादी ढांचे के लिए जवाबदेह ठहराया जा सके। लंदन, न्यूयॉर्क और पेरिस जैसे वैश्विक शहरों में ऐसे मजबूत और शक्तिशाली मेयर हैं जो केवल शहर की जरूरतों को देखते हैं।”
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उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को बीबीएमपी अधिकारियों से संपर्क करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जो पहुंच से बाहर हैं। उन्होंने कहा, “मेयर को भूल जाइए। बेंगलुरु में इस समय पार्षद भी नहीं हैं और आम नागरिक पहुंच से बाहर बीबीएमपी अधिकारियों से संपर्क करने या केवल सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकालने के लिए मजबूर हैं।”
उन्होंने कहा, “अन्य शहरी स्थानों की विशेषता पैदल चलने योग्य फुटपाथ, लेआउट गार्डन और सख्त यातायात और पार्किंग नियम हैं – जिससे पैदल यात्रियों और सार्वजनिक परिवहन को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है।”
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कांग्रेस की राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “मेट्रो, उपनगरीय रेलवे और बस प्रणाली को एक दूसरे का पूरक होना चाहिए और बीएमएलटीए सही दिशा में उठाया गया कदम है। वर्तमान सरकार ने न तो बीएमएलटीए के गठन के लिए कोई कदम उठाया है और न ही उसने यातायात इंजीनियरों को शहर के यातायात प्रबंधन की योजना बनाने का कोई अधिकार दिया है।”
उन्होंने शहर नियोजन के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा, “जब तक हम शहर नियोजन नहीं करते और अपने लेआउट पर फिर से काम नहीं करते, ब्रांड बेंगलुरु एक सपना ही बना रहेगा।” उन्होंने कहा, “बेंगलुरु इससे बेहतर का हकदार है।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)