फाइल फोटो: टाटा की सैन्य विमान निर्माण इकाई [स्रोत: सोशल मीडिया]
नई दिल्ली: अब भारत का नाम दुनिया के सैन्य विमान उत्पादक देशो की लिस्ट में शामिल हो चूका है, जो हर भारतीय के लिए गर्व और ख़ुशी की बात है। सैन्य विमानों के लिए अब हमें विदेशो पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, बल्कि अब हमारे देश में ही सैन्य विमान बनाये जायेंगे।
भारत में बने सैन्य विमान अब दुनिया के अन्य देशो के सामने उतारे जायेंगे, यह मेड इन इंडिया विमान भारत की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में साख बढ़ाएंगे। इतना ही नहीं अब तकनीक तथा रक्षा क्षेत्र में यह भारत की एक बहुत बड़ी उपलब्धि साबित होने जा रही है, जिससे हर भारतवासी का सर गर्व से ऊंचा होगा।
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दरअसल, कल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पेनिश पीएम पेड्रो सांचेज़ के साथ टाटा की सैन्य विमान निर्माण इकाई का उद्घाटन किया है, जहां आधुनिक तकनीक से लैस दमदार लड़ाकू सैन्य विमान तथा सेना के अन्य उपयोग हेतु विमान बनाये जायेंगे। यह विमान अब ‘मेड इन इंडिया’ होकर पूरी तरह से देसी कहलायेंगे।
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ये फायदे होंगे
भारत में सैन्य विमानों के लिए टाटा ने निजी क्षेत्र का पहला कारखाना लगाया है, जहां देसी सैन्य विमान बनाये जायेंगे। जिससे भारत की सैन्य शक्ति बढ़ेगी तथा विश्व पटल पर हमारी पहचान एक मजबूत उत्पादक देश के रूप में स्थापित होगी, इसके पहले हमें सैन्य विमानों के लिए अन्य देशो पर निर्भर रहना होता था।
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विदेशी निर्भरता से मुक्ति
सैन्य विमानों तथा तकनीक के लिए पहले हमें विदेशी निर्भरता से जूझना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योकि टाटा के इस प्लांट में ‘मेड इन इंडिया’ विमान बनेंगे जो पूरी तरह से यही बनाये जायेंगे। विमानों का निर्माण भारत में होने से हमें उपलब्धता की चिंता भी नहीं होगी।
दुनिया में बजेगा डंका
भारत में सैन्य विमानों का निर्माण होने के बाद अब दुनिया में हमारा डंका बजने वाला है क्योंकि पुरे विश्व में बहुत कम ऐसे देश है, जो सैन्य विमानों को बनाने का काम करते है और जो बनाते है वह अन्य देशो को एक्सपायर हो चुकी आउट डेटेड तकनीक देते है।