बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं। ओवैसी ने पूछा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की वोटर लिस्ट में क्या अवैध प्रवासी शामिल थे और आयोग ने 1987 की कटऑफ डेट क्यों तय की? उन्होंने बीएलओ को मिले अधिकारों और दस्तावेजों की जटिलता पर भी सवाल उठाए। ओवैसी ने पूछा कि ये तारीखें आखिर तय कैसे हुईं? 38 साल पुराने रिकॉर्ड की जांच चुनाव आयोग किस आधार पर करेगा?” इसके अलावा उन्होंने बिहार के सीमांचल इलाकों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां हर साल कई महीने बाढ़ में गांव कट जाते हैं, लोग घर-बार खो देते हैं, अस्पताल तक बंद रहते हैं-ऐसे हालात में दस्तावेज़ जुटाना आसान नहीं है। ओवैसी ने चुनाव आयोग से अपील की है कि वह इन सभी सवालों का ईमानदारी से जवाब दे और यह पूरा मामला सर्वदलीय बैठक में रखा जाए। ताकि सभी पक्षों की राय सुनी जा सके।
वीडियो: बिहार में अपशब्दाें पर मचा घमासान, लालू-तेजस्वी यादव का फूंका पुतला
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं। ओवैसी ने पूछा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की वोटर लिस्ट में क्या अवैध प्रवासी शामिल थे और आयोग ने 1987 की कटऑफ डेट क्यों तय की? उन्होंने बीएलओ को मिले अधिकारों और दस्तावेजों की जटिलता पर भी सवाल उठाए। ओवैसी ने पूछा कि ये तारीखें आखिर तय कैसे हुईं? 38 साल पुराने रिकॉर्ड की जांच चुनाव आयोग किस आधार पर करेगा?” इसके अलावा उन्होंने बिहार के सीमांचल इलाकों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां हर साल कई महीने बाढ़ में गांव कट जाते हैं, लोग घर-बार खो देते हैं, अस्पताल तक बंद रहते हैं-ऐसे हालात में दस्तावेज़ जुटाना आसान नहीं है। ओवैसी ने चुनाव आयोग से अपील की है कि वह इन सभी सवालों का ईमानदारी से जवाब दे और यह पूरा मामला सर्वदलीय बैठक में रखा जाए। ताकि सभी पक्षों की राय सुनी जा सके।
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