प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पिछले करीब एक महीने से भारत में चिंता बढ़ाए हुए हैं। बुधवार, (18 जून) को देश में एक्टिव केस में थोड़ा सुधार हुआ है। सोमवार को कुल एक्टिव केस 7264 थे, जो बुधवार को घटकर 6836 रह गए हैं। पिछले 48 घंटे में 428 मामलों में कमी दर्ज की गई है और बीते एक दिन में सिर्फ 2 की मौत हुई है। 1168 लोग या तो ठीक हुए हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली है। पिछले कई दिनों से लगातार संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी, हालांकि एक दो दिन में एक्टिव केस में कमी आई है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ पहले से ही कहते रहे हैं कि भारत जैसे बड़े आबादी वाले देश में कोरोना के मामलों में इस तरह का उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। चूंकि संक्रमण का जोखिम लगातार बना हुआ है इसलिए सभी लोगों के लिए बचाव के निरंतर उपाय भी करते रहना जरूरी है। कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर (मास्क, भीड़-भाड़ से बचाव, हाथों की स्वच्छता) का पालन करके संक्रमण की रफ्तार में कमी लाई जा सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड पर साझा की गई जानकारियों के मुताबिक बीते एक दिन में दो लोगों की कोरोना से जान गई है। ये मामला महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में रिपोर्ट किए गए हैं। 44 वर्षीय महिला को कोविड-19 के साथ बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद लिवर से संबंधित गंभीर समस्याएं थी, जिसके कारण उसकी स्थिति बिगड़ गई। इस पूरे साल अब तक कोरोना से मौत के कुल मामले 109 हो गए हैं।
महाराष्ट्र में मंगलवार को कोविड-19 के 67 नए मामले सामने आए, जबकि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के कारण एक मरीज की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि इनमें से 17 मामले मुंबई से आए हैं। विभाग ने बताया कि इन नए मामलों के आने से इस वर्ष जनवरी से अब तक राज्य में कोविड-19 से संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 2,108 हो गई है, जबकि इस बीमारी के कारण 31 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, इसमें से 30 मरीज अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे।
देश में ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स (NB.1.8.1 और XFG) की इस लहर की शुरुआत में ही इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गांधीनगर गुजरात में संक्रामक रोग- महामारी विशेषज्ञ डॉ अनीश सिन्हा ने कहा था कि देश में जिस तेजी से संक्रमण बढ़ेगा, उतनी ही तेजी से इसके मामलों में कमी आएगी। विशेषज्ञ की ये बात अब सही होती दिख रही है। पिछले दो दिनों के डेटा से पता चलता है कि कोरोना के मामले अब कम होने शुरू हो गए हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, भले ही संक्रमण की गति में अब कमी आती दिख रही है पर हमें निरंतर सावधान रहने की आवश्यकता है। कई अध्ययनों में स्पष्ट होता है कि ये वायरस शरीर को गंभीर रूप से क्षति पहुंचा सकता है।