गर्मियों में चीकू खाने के ढेरों फायदे (सौ.सोशल मीडिया)
Benefits Of Chiku In Summer: गर्मियों के मौसम में कई तरह के मौसमी फल मिलते है। जिसमे चीकू भी मौसमी फलों में एक ऐसा फल है जो कई पोषक तत्वों से भरपूर है, इसके सेवन से सेहत को ढेरों फायदे मिलते है।
बाज़ारों में इस समय चीकू खूब बिक्री हो रही है। इसका रसीला और मीठा स्वाद हर किसी को पसंद आता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं चीकू पोषक तत्वों का भी भंडार है। इसमें विटामिन, मिनरल्स, और फ़ाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं तो ऐसे में चलिए जानते हैं गर्मियों में चीकू खाने से सेहत को कौन से फायदे मिलते हैं?
गर्मियों में चीकू खाने से मिलते है ढेरों फायदे :
आंखें के लिए फायदेमंद
चीकू खाने से आंखों से जुड़ी प्रॉब्लम्स दूर होती है। चीकू में भरपूर मात्रा में विटामिन ए होता है, जो आंखों को स्वस्थ रखता है। इसमें विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन होता है। ये पोषक तत्व रतौंधी को रोकने, अच्छी दृष्टि बनाए रखने और उम्र से संबंधित आँखों के क्षय से बचाने में मदद करते हैं।
हड्डियां होती हैं मजबूत
चीकू खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। चीकू में कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। इसका सेवन करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है।
हेल्थ विशेषज्ञों मानते हैं कि कैल्शियम, विटामिन डी और मैग्नीशियम युक्त आहार से हड्डियाँ मजबूत होती हैं। ऐसे में मजबूत हड्डियों के लिए सूरज की रोशनी, दूध से बने उत्पाद और फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ के साथ आप डाइट में चीकू को भी शामिल कर सकते हैं।
स्किन के लिए फायदेमंद
चीकू खाने से त्वचा में चमक एवं ग्लो आती हैं। चीकू में विटामिन-ई, ए, और सी होता है, जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखता है। चीकू एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन की ज़्यादा मात्रा के कारण त्वचा के लिए बड़ा फायदेमंद है।
सर्दी और खाँसी में फायदेमंद
चीकू खाने से सर्दी और खाँसी से राहत मिलती है। सर्दी और खाँसी होने पर आप यदि चीकू का सेवन करते है तो ये आपके लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि चीकू में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते है जो संक्रमण को दूर कर सर्दी और खाँसी से राहत दिलाने में मदद करती है।
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पाचन बेहतर होता है
गर्मियों में ज़्यादातार लोगों का पाचन खराब होता है। ऐसे में चीकू का सेवन फायदेमंद हो सकता है। चीकू में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन में मदद करता है और कब्ज को रोकता है। फाइबर मल त्याग को नियंत्रित करके आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। एसिड रिफ्लक्स, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (आईबीएस), और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों के लिए केवल फाइबर से अधिक की आवश्यकता होती है।