पीरियड्स के जरूरी हेल्दी टिप्स (सौ. सोशल मीडिया)
Periods Pain Relief Tips: हर महीने महिलाओं को मासिक धर्म या पीरियड्स के दर्द से दो-चार होना पड़ता है। वैसे तो यह नेचुरल शारीरिक प्रक्रिया है लेकिन दर्द की वजह से रोजाना के काम को भी मुश्किल में डाल देता है। इस पीरियड्स की समस्या में महिलाओं को पेट में ऐंठन, कमर दर्द, थकान, चिड़चिड़ापन और भारीपन जैसी समस्याएं हो जाती है।
इस दर्द को लेकर आयुर्वेद में बताया गया है इसके अनुसार, आयुर्वेद इसे शरीर में वात दोष के असंतुलन से जोड़ता है, जबकि विज्ञान के अनुसार यह दर्द गर्भाशय में बनने वाले प्रोस्टाग्लैंडीन नामक रसायन की वजह से होता है, जो मांसपेशियों को सिकोड़ देता है। पीरियड्स का दर्द असहनीय होता है जिसे काफी हद तक कम करना जरूरी होता है।
आप पीरियड्स के दर्द से निजात पाने के लिए इस प्रकार की हेल्दी और सही आदतों को अपना सकते है। जो इस प्रकार है…
1- गर्म या गुनगुना पानी पीएं
सर्दियों में पीरियड्स के दर्द से निजात पाने के लिए गर्म या गुनगुना पानी जरूर पीना चाहिए। यहां पर पीरियड्स के दौरान दिन की शुरुआत अगर गर्म पानी से की जाए, तो शरीर को तुरंत राहत मिलती है। आयुर्वेद में गर्म पानी को अग्नि यानी पाचन शक्ति को मजबूत करने वाला माना गया है। सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी पीने से शरीर के अंदर जमी ठंडक दूर होती है और गर्भाशय की मांसपेशियां धीरे-धीरे खुलने लगती हैं।
इसे लेकर विज्ञान में कहा जाता है कि, गर्म पानी पीने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है इसके अलावा पेट में जकड़न कम होती है। इससे सूजन घटती है और दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है। इसमें हर्बल चाय भी फायदा पहुंचाती है।
2- गुनगुने पानी से नहाएं
सर्दियों में गुनगुने पानी से नहाना ही अच्छा होता है वहीं पर पीरियड्स के दर्द से जूझ रहे लोगों के लिए गुनगुना पानी सही होता है। ठंडे पानी से नहाने पर मांसपेशियां और ज्यादा सिकुड़ सकती हैं, जिससे दर्द बढ़ता है। वहीं गुनगुने या गर्म पानी से नहाने पर शरीर को सुकून मिलता है। जब गर्म पानी पेट और कमर पर पड़ता है, तो वह प्राकृतिक सिकाई का काम करता है। इसे आयुर्वेद में स्वेदन कहा जाता है यानि शरीर से जकड़न निकालना। विज्ञान के अनुसार, गर्म पानी नसों को शांत करता है और दर्द को कम करता है।
3- योग या एक्सरसाइज जरूर करें
पीरियड्स के दर्द से जूझ रहे है तो आपको हल्की एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। इसे लेकर योग में कहा गया है कि, योग से वात दोष संतुलित रहता है। सुबह कुछ मिनट की स्ट्रेचिंग या आसान योगासन करने से पेट की मांसपेशियों में खून का बहाव बढ़ता है। इसके अलावा विज्ञान में कहा गया है कि, अगर आप पीरियड्स के दर्द के समय हल्की एक्सरसाइज करते है तो, एंडोर्फिन नामक हार्मोन निकलता है, जो शरीर का प्राकृतिक दर्द निवारक होता है। इससे मन हल्का और शरीर आराम में आ जाता है।
4- सुबह का नाश्ता जरूर लें
आपको पीरियड्स के दौरान सुबह का नाश्ता जरूर लेना चाहिए। इस स्थिति में महिलाओं को कमजोरी महसूस होती है। इसके लिए नाश्ता हल्का और पौष्टिक लेना जरूरी होता है। कमजोरी और चक्कर जैसी समस्याएं कम होती हैं। आयुर्वेद में ऐसे भोजन की सलाह दी जाती है जो शरीर को ताकत दे और आसानी से पच जाए। केले, सूखे मेवे, बीज और हरी सब्जियां शरीर में जरूरी तत्वों की कमी पूरी करती हैं। विज्ञान के अनुसार मैग्नीशियम और पोटेशियम मांसपेशियों को आराम देने में मदद करते हैं, जिससे ऐंठन कम होती है। फल और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ सूजन को भी घटाते हैं।
ये भी पढ़ें- ठंड के मौसम में आपका लिवर रहेगा हेल्दी और बीमारी से दूर, अपनाएं डॉक्टर-सुझाए 6 डाइट टिप्स
5- सिकाई का अपनाएं तरीका
यहां पर पीरियड्स के दर्द से निजात पाने के लिए सिकाई का तरीका अपनाना चाहिए। यहां पर गर्म पानी की बोतल या हॉट वाटर बैग आप दर्द से आराम पाने के लिए कर सकते है। यहां पर आयुर्वेद इसे बाहरी ऊष्मा चिकित्सा मानता है, जो अंदर की जकड़न को खोलता है। विज्ञान के अनुसार, गर्माहट से नसें फैलती हैं और खून का प्रवाह तेज होता है, जिससे दर्द पैदा करने वाले रसायन कम हो जाते हैं।