सर्दी-जुकाम या बुखार का घरेलू इलाज ( सौ.सोशल मीडिया)
मानसून ने दस्तक दे दी है और कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो चुका है। इसी के साथ सर्दी-जुकाम, बुखार और ठंड लगने जैसी मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग इस मौसम में जल्दी प्रभावित होते हैं। लिहाजा ऐसे मौसम में बच्चों और बुजुर्ग को स्वस्थ रखना एक चुनौती होती है।
आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे, जिनसे मामूली सर्दी-जुकाम या बुखार का इलाज आसानी से किया जा सकता है। हालांकि बता दें, लक्षण ज्यादा लंबे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है।
आयुर्वेद एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चों को सर्दी-जुकाम या बुखार से राहत पाने के लिए हल्दी वाला दूध का सेवन बड़ा कारगर एवं असरदार माना जाता है। हल्दी में मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण इंफेक्शन से लड़ने और गले की खराश में राहत देने में मदद करते है। ऐसे में आप बच्चों को सोने से पहले गुनगुने दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर पिला दें।
आपको बता दें, सर्दी-जुकाम या बुखार होने पर बच्चों को ठंडी चीजें बिल्कुल भी नहीं देनी चाहिए। उन्हें पीने के लिए भी गुनगुना या हल्का गर्म पानी ही देना चाहिए, इससे गले की सूजन और तकलीफ कम हो सकती है।
गले की खराश, खांसी या बुखार में तुलसी के पत्ते, अदरक, काली मिर्च और शहद का काढ़ा काफी फायदेमंद हो सकता है। हालांकि ये काढ़ा एक साल से छोटे बच्चे को नहीं देना चाहिए।
बता दें, तुलसी के पत्तों और अदरक का रस थोड़े से शहर में मिलाकर देने से सर्दी-जुकाम और बुखार में राहत मिल सकती है।
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बुखार होने पर बच्चे को पानी पिलाएं, साथ ही उसे नारियल पानी, सूप या ताजे फलों का रस भी दें। इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होगी और शरीर में ऊर्जा भी बनी रहेगी।