गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का मचा आतंक। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) नामक वायरस ने देश भर में आतंक मचा रखा है। राज्य में सबसे अधिक संक्रमित और मौतें पुणे में दर्ज की गई हैं। नागपुर में अब तक करीब 10 मरीज पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से एक बालक की मौत हो गई थी। उसके बाद से मरीजों की संख्या कम हुई थी लेकिन मेडिकल के एमआईसीयू में भर्ती एक 55 वर्षीय मरीज की मौत के बाद डॉक्टर्स भी सतर्क हो गए हैं।
इससे पहले मेडिकल में 8 और मेयो में 1 मरीज को भर्ती किया गया था। सभी मरीजों की तबीयत में सुधार होने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी लेकिन एक 8 वर्षीय बालक की हालत गंभीर होने के बाद उसे आईसीयू में रखा गया था। करीब एक माह तक आईसीयू में भर्ती होने के बाद पिछले दिनों उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से मेडिकल में स्थिति सामान्य थी।
11 फरवरी को पारडी निवासी एक 55 वर्षीय मरीज को भर्ती किया गया। उसे निमोनिया हुआ था। साथ ही अलग-अलग तरह की बीमारियां भी थीं। स्थिति गंभीर होने के बाद उसे एमआईसीयू-55 में भर्ती किया गया लेकिन शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। इसके साथ ही मेडिकल में अब तक 2 मरीजों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद डॉक्टर भी अलर्ट मोड में आ गए हैं।
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प्रशासन की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि लक्षण दिखने वाले मरीजों की आरटीपीसीआर टेस्ट की जाए ताकि संक्रमण की संभावना से बचा जा सके। इन दिनों सिटी में सर्दी, जुकाम और गले के इन्फेक्शन के मरीज बढ़े हैं। डॉक्टरों के अनुसार जीबीएस के शुरुआती लक्षण भी इसी तरह के होते हैं। बाद में निमोनिया में तब्दील हो जाता है।
इसके बाद सांस लेने में दिक्कतें सहित अन्य परेशानियों की वजह से मरीज को आईसीयू में भर्ती करने की नौबत आती है। उक्त मरीज की मौत के बाद संक्रमण के फैलने की संभावना भी बढ़ गई है। मेडिकल सूत्रों ने बताया कि मृतक पहले से ही बीमार था। इससे पहले प्राइवेट अस्पताल में भी इलाज किया गया था लेकिन स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद उसे मेडिकल रेफर किया गया था।