ब्रेन ट्यूमर दिवस 2024 (सोशल मीडिया)
दुनिया भर में होने वाली गंभीर बीमारियों में से एक है ‘ब्रेन ट्यूमर’। (Brain Tumor)। इस बीमारी का समय पर इलाज न कराया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है।ऐसे में लोगों को ‘ब्रेन ट्यूमर’ के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 8 जून को’ विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस’ (World Brain Tumor Day) के रूप में मनाया जाता है। विश्व स्तर पर यह एक गंभीर समस्या बनती जा रही है।
आज विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस (World Brain Tumor Day) के खास मौके पर आइए जानें वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे के इतिहास और महत्व के बारे में।
1- जानकारों के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर दुनिया भर में चौथी सबसे गंभीर एवं जानलेवा बीमारी है। इसके अलावा, अनुमान है कि साल 2030 तक ब्रेन ट्यूमर स्किन कैंसर को पार कर के कैंसर का दूसरा सबसे प्रचलित रूप बन सकता है।
2-ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 8 जून को दुनिया भर में ब्रेन ट्यूमर दिवस ((World Brain Tumor Day 2024) मनाया जाता है।
3-ब्रेन ट्यूमर दिमाग में बहुत तेजी से फैलता है और इसलिए ब्रेन ट्यूमर दिवस पर इस बीमारी के लक्षण, बचाव और उपायों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व भर में तरह-तरह के आयोजन किए जाते हैं और कैंप आदि लगाए जाते है। इन कार्यक्रमों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों के प्रति जनता को जागरूक किया जाता है ताकि ये जानलेवा बीमारी खतरनाक होने से पहले ही काबू में आ सके।
आपको बता दें कि ब्रेन ट्यूमर एक खतरनाक बीमारी है, जिसमें मस्तिष्क में मसल्स की गांठ बन जाती है। जानकारों के अनुसार, वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर दिवस की शुरुआत साल 2000 में जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन (German Brain Tumour Association) द्वारा की गई थी। इस संगठन का काम दुनियाभर के लोगों को ब्रेन ट्यूमर के बारे में सारी जानकारी देना है। ऐसे में ये संगठन लक्षणों और इलाज के बारे में लोगों को बताता है।
इस समस्या के होने पर व्यक्ति को बोलने और सुनने में परेशानी हो सकती है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों में सिरदर्द भी शामिल है।
ब्रेन ट्यूमर होने पर व्यक्ति को दौरा पड़ सकता है।
ब्रेन ट्यूमर होने पर व्यक्ति को चक्कर आना और संतुलन बना पाने में मुश्किल जैसी समस्या हो सकती है।
इस समस्या के कारण व्यवहार में परिवर्तन आना स्वभाविक है।
इस परेशानी के चलत दृष्टि में धुंधलापन आ सकता है।
ब्रेन ट्यूमर होने पर चेहरा सुन्नपन भी हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर होने पर व्यक्ति को सुनने में दिक्कत महसूस हो सकती है।
ब्रेन ट्यूमर होने पर व्यक्ति को उल्टी व खाना निगलने आदि में दिक्कत महूसस हो सकती है।
अगर ऊपर लिखे लक्षण शरीर में नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अस्पतालों में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी के जरिए इस बीमारी का इलाज संभव है। लेकिन ये तभी हो सकता है जब इस बीमारी के लक्षणों को शुरुआत में ही पहचान लिया जाए।
एक्सपर्ट कहते हैं कि संतुलित लाइफस्टाइल, अल्कोहल, स्मोकिंग से दूरी और सही डाइट की बदौलत इस बीमारी से बचा जा सकता है। नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। भरपूर नींद और हेल्दी डाइट का ध्यान रखना चाहिए। लेखिका-सीमा कुमारी