प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (सोर्स- सोशल मीडिया)
गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है। उन्होंने गांधीनगर में 2 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। इसके बाद उन्होंने गांधीनगर में गुजरात की शहरी विकास यात्रा के 20 साल पूरे होने के जश्न में हिस्सा लिया और ‘शहरी विकास वर्ष 2025’ की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने गुजरात के लिए 5,536 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर की बात की। उन्होंने कहा- पाकिस्तान जानता है कि वह हमें सीधी लड़ाई में नहीं हरा सकता, इसीलिए वह आतंकियों को भेज रहा है। वहां मारे गए आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी झंडे फहराए गए, यह कोई प्रॉक्सी वॉर नहीं है।
पीएम ने कहा कि जब आतंकियों ने पीओके पर कब्जा किया, अगर उसी दिन उन मुजाहिद्दीनों को मार दिया जाता। लेकिन सरदार पटेल की बात नहीं मानी गई। पीएम ने कहा यह सिलसिला 75 साल से चल रहा है। पहलगाम भी इसका हिस्सा था।
जब पाकिस्तान से युद्ध का समय आया तो भारत की सैन्य शक्ति ने तीनों बार पाकिस्तान को परास्त किया। पाकिस्तान समझ गया कि वह युद्ध में भारत से नहीं जीत सकता और इसीलिए उसने प्रॉक्सी युद्ध शुरू कर दिया। सैन्य प्रशिक्षण होता है। भारत में आतंकवादी भेजे जाते हैं।
यह देश उस महान सांस्कृतिक परंपरा को लेकर चला है। वसुधैव कुटुंबकम हमारा संस्कार है। यह हमारा चरित्र है। हमने इसे जिया है। वे सुख से जिएं, हम भी जिएं। हजारों सालों से यही हमारी सोच रही है। लेकिन जब हमारी ताकत को बार-बार चुनौती दी जाती है, तो यह देश वीरों की भूमि भी है। हम सुखी और शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अभी मैंने ज्यादा कुछ नहीं किया है…मैंने सिर्फ इतना कहा है कि इस संधि को रोक दिया गया है। इस पर पसीना आ रहा है। अभी हम सिर्फ बांध के गेट खोल रहे हैं और कचरा निकाल रहे हैं…और इसी बीच वहां बाढ़ आ गई।’
उन्होंने कहा, ‘जब हमने आतंकियों के 9 ठिकानों की पहचान की और 22 मिनट में उन्हें ध्वस्त कर दिया। इस बार सब कुछ कैमरे के सामने किया गया। ताकि, कोई सबूत न मांगे। अब हमें सबूत देने की जरूरत नहीं है। दूसरा व्यक्ति दे रहा है। जिन आतंकियों के जनाजे निकाले गए, उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया। उनके ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडे लगाए गए। इससे साबित होता है कि आतंकी कृत्य प्रॉक्सी वॉर नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति है। इसलिए, इसका जवाब भी उसी तरह दिया जाएगा।’
अर्थव्यवस्था में हम जापान से आगे निकल गए हैं। जब हम छठे से पांचवें स्थान पर आए तो पूरे देश में एक अलग तरह का उत्साह था। क्योंकि, हमने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया था जिसने हम पर 250 साल तक राज किया था। अब तीसरे स्थान पर आने का दबाव है।
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देश अर्थव्यवस्था में तीसरे स्थान पर आने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करेगा। अगर कोई हमें इंतजार करने के लिए कहेगा तो पीछे से आवाज आएगी कि मोदी है तो मुमकिन है। इसलिए हमारा एकमात्र लक्ष्य देश का विकास है। इसमें कोई समझौता नहीं होगा, हमें पूरी दुनिया में भारत का परचम लहराना है।