सीएम भूपेंद्र पटेल (फोटो सोर्स - एक्स)
गांधीनगर : गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने धंधुका के अकारू गांव में पद्मश्री जोरावरसिंह जादव लोक कला संग्रहालय ‘विरासत’ का उद्घाटन किया और संग्रहालय में मौजूद प्राचीन कलाकृतियों और प्रसिद्ध कलाकृतियों के शानदार संग्रह की प्रशंसा की तथा अपनी गहरी प्रशंसा और प्रसन्नता व्यक्त की।
इस अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में अपने संबोधन में सीएम ने किसी भी संस्कृति को बनाए रखने में विरासत की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरासत को सम्मान देने और बढ़ावा देने की परंपरा स्थापित की है, जिसके परिणामस्वरूप भारत की लोक संस्कृति, भाषाएं और परंपराओं को वैश्विक मान्यता मिल रही है, बयान में कहा गया। उन्होंने विशेष रूप से गुजरात के गरबा की वैश्विक प्रशंसा का उल्लेख किया और इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया।
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इस आयोजन को सांस्कृतिक गौरव का उत्सव बताते हुए मुख्यमंत्री ने पद्मश्री जोरावरसिंह जादव और उनके परिवार को सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए छह दशकों के समर्पित प्रयासों और ‘विरासत’ संग्रहालय की स्थापना के लिए बधाई दी, बयान में आगे कहा गया। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि संग्रहालय युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हुए लोक कला और संस्कृति की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में काम करेगा।
जोरावरसिंह जादव ने इस अवसर पर उपस्थित होने के लिए मुख्यमंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया और कहा कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति और यह कार्यक्रम अकरू गांव के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा। सम्मान समारोह में सांसद देवुसिंह चौहान, चंदूभाई शिहोरी, पूर्व मंत्री भूपेंद्रसिंह चूड़ासमा, विधायक कालूसिंह डाभी और किरीटसिंह डाभी सहित कई अन्य सामाजिक और राजनीतिक नेताओं ने भाग लिया।