शंकर महादेवन (फोटो-सोर्स,सोशल मीडिया)
मुंबई: मशहूर सिंगर शंकर महादेवन आज यानी 3 मार्च को अपना 57वां जन्मदिन मना रहे हैं। वो एक भारतीय सिंगर और म्यूजिक कंपोजर भी हैं जो शंकर-एहसान-लॉय तिकड़ी का हिस्सा हैं और वो भारतीय फिल्मों के लिए संगीत लिखते हैं। हालांकि, उनके वैसे तो कई गाने मशहूर हैं और कानों को सुकून देने वाले हैं लेकिन एक गाना ब्रीथलैस उनकी गायिकी को सबसे अलग है और यह गाना उनके करियर के लिए टर्निंग प्वाइट साबित हुई।
उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में अपनी आवाज दी है। उन्होंने न केवल हिंदी ही, बल्कि कई अन्य भाषाओं में भी अपने आवाज का जादू चलाया है। शंकर ने हिंदी के साथ ही तमिल, तेलुगू, मराठी, कन्नड़ की फिल्मों में अपनी आवाज दी है। छोटी सी ही उम्र में उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रख दिया था। सिंगर जब पांच साल के थे तब से संगीत सीखना शुरु कर दिया था।
आपको बता दें, सिंगर शंकर महादेवन ने मुंबई के चेम्बूर में ओएलपीएस स्कूल से अपनी पढ़ाई कंप्लीट की। इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया, लेकिन संगीत को लेकर उनका प्यार कभी कम नहीं हुआ। शंकर अपने कॉलेज के दिनों में भी म्यूजिक से जुड़े रहे।
हालांकि, साल 1998 में आई शंकर की पहली एल्बम ‘ब्रीथलेस’ उनके करियर के लिए सबसे अलग साबित हुई और इस एल्बल से उन्हें बेहद फेम मिला था। उनकी यह एल्बम लोगों को काफी पसंद आई थी। इस एल्बम के जरिए बॉलीवुड में उन्हें काफी शोहरत मिली, जिसके बाद उन्होंने कई फिल्मों के गाने गाए। उन्होंने अपने दोनों दोस्त एहसान और लॉय के साथ मिलकर एक म्युजिक ग्रुप बनाया और इसके बाद संगीत के एक नए सफर की शुरूआत की।
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गानों को आवाज देने के अलावा शंकर महादेवन देश और दुनियाभर के बच्चों को संगीत की शिक्षा भी देते हैं। तमिल फिल्म ‘कांदोकंदनीं-कांदोकंदनीं’ के लिए शंकर को पहला नेशनल अवॉर्ड मशहूर सिंगर ए.आर रहमान के साथ मिला था। वहीं, उन्होंने तीन बार बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड भी जीता है। साथ ही उन्हें एक बार बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के अवॉर्ड से भी नवाजा गया है. शंकर महादेवन अपने बेहतरीन गानों और सुरीली आवाज की वजह से लाखों लोगों के दिलों पर राज करते हैं।