पाकिस्तान में रामायण के मंचन की तारीफ कर रहे लोग, बताया कला का सम्मान
Ramayana In Pakistan: पाकिस्तानी ड्रामा ग्रुप मौज ने महाकाव्य रामायण का मंचन सिंध प्रांत के कराची शहर में किया। कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से महाकाव्य को बहुत सुंदर तरीके से पेश किया। ड्रामा ग्रुप की और कलाकारों की तारीफ हो रही है।
पाकिस्तान में रामायण के मंचन साथ ही यह कहा जा रहा है कि यह कला का सम्मान है। रामायण के मंचन में कई मुस्लिम कलाकारों ने हिस्सा लिया। कलाकारों ने बताया कि उन्हें रामायण के मंचन पर काफी ख़ुशी हो रही है।
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पाकिस्तान की रामायण में मुस्लिम कलाकार
नाटक के मंचन में राणा काजमी सीता के किरदार में नजर आई, तो वहीं अश्मल लालवानी ने राम की भूमिका निभाई। रावण के रूप में समहान गाजी नजर आए। हनुमान की भूमिका जिब्रान खान ने अदा की। लक्ष्मण की भूमिका में वकास अख्तर, तो वहीं आमिर अली राजा दशरथ के किरदार में नजर आए। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि रामायण नाटक में हिस्सा लेने वाले अधिकतर कलाकार मुस्लिम थे और यही कारण है कि कराची में हुए रामायण के मंचन की सराहना लोग करते हुए नजर आ रहे हैं।
रामायण के मंचन की सराहना की जा रही है
मौज ड्रामा ग्रुप की तरफ से रामायण नाटक का मंचन निर्देशक योहेश्वर करेरा की देखरेख में हुआ। न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें कभी भी यह डर नहीं लगा की रामायण जैसे हिंदू धार्मिक ग्रंथ पर नाटक का मंचन करने पर पाकिस्तान के लोगों को बुरा लगेगा। उन्होंने बताया कि उन्हें किसी भी तरह की कोई धमकी या आलोचना नहीं झेलनी पड़ी है।
सीता के किरदार पर राणा काजमी ने की बात
सीता का किरदार निभाने वाली राणा काजमी ने बताया कि उन्होंने इस नाटक के लिए काफी मेहनत की और वह बेहद खुश है कि वह अपनी मेहनत लोगों के सामने पेश कर पाई हैं। आपको बता दें कि कलाकारों और एआई विजुअल्स की मदद से रामायण का मंचन किया गया, जिसे पाकिस्तान ही नहीं अब भारत की लोगों की भी सराहना मिल रही है। सोशल मीडिया यूजर्स पाकिस्तान में हुई इस पहल की तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं। नाटक के मंचन से जुड़े कलाकारों ने सोशल मीडिया हैंडल पर नाटक के मंचन समय खींची गई तस्वीरों को साझा किया है।