सत्ता के खूनी खेल की कहानी है राजकुमार राव की फिल्म मालिक
Maalik Review: एक्शन जॉनर की फिल्म देखना पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए है। राजकुमार राव पहली बार एक्शन वाली भूमिका में नजर आ रहे हैं और उन्होंने अपने किरदार के साथ भरपूर इंसाफ किया है। फिल्म की कहानी सत्ता के खूनी खेल पर आधारित है।
मालिक बनने का जो जुनून दीपक के सिर पर सवार है, उसमें उसका सब कुछ लुट जाता है, लेकिन सत्ता का नशा नहीं उतरता, यही कहानी का सारांश है। फिल्म में राजकुमार राव के अलावा सौरभ शुक्ला, स्वानंद किरकिरे, प्रोसेनजीत चटर्जी, सौरभ सचदेवा और मानुषी छिल्लर जैसे कलाकार नजर आ रहे हैं। कहानी के आधार पर फिल्म तीन स्टार के काबिल है।
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कहानी: मालिक फिल्म की कहानी एक किसान के बेटे की कहानी है, जिसे मजबूरी में आकर हाथ में हथियार उठाना पड़ता है। दीपक (राजकुमार राव) गांव के किसान का बेटा है लेकिन उसकी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों की नजर है, इसी वजह से उसके पिता को उसका निशाना बनाया जाता है और मजबूरी में आकर दीपक हथियार उठा लेता है और मालिक बनने निकल पड़ता है। फिल्म में स्वानंद किरकिरे भी एक्टिंग करते हुए नजर आए, उन्होंने विधायक की भूमिका निभाई है। वहीं सौरभ शुक्ला शंकर सिंह नाम के सांसद के रूप में नजर आए हैं। पूरी कहानी सत्ता के खूनी खेल पर आधारित है। अपराध जगत से जुड़ने निकला दीपक खुद सत्ता पर काबिज होना चाहता है। इसके लिए वो किसी की हत्या करने से भी नहीं डरता और आखिरकार एक हत्यारा बन जाता है। शालिनी (मानुषी छिल्लर) दीपक की पत्नी उसे समझती है कि वह अपराध का रास्ता छोड़ दे, लेकिन दीपक उसकी एक नहीं सुनता। आखिर में शालिनी की भी मौत हो जाती है। सत्ता के मद में चूर दीपक को किस कीमत पर सत्ता मिलती है यह वाकई काबिले तारीफ है, इसमें दिखाया गया है कि सत्ता मिल भी जाए तो क्या जब सब कुछ लुट चुका हो।
एक्टिंग: मालिक फिल्म में राजकुमार राव की एक्टिंग जबरदस्त है। राजकुमार राव ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह किसी भी रोल में अपने आप को ढालने में काबिल हैं। राजकुमार राव की आंख में बदले की आग नजर आती है, वो एनर्जी से भरे एक्शन सीन में भी खरे उतरे हैं। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि उन्होंने एक्शन जॉनर में भी खुद को साबित कर दिया है। उनकी एक्टिंग देखकर एनिमल के रणबीर कपूर और कबीर सिंह के शाहिद कपूर की याद आ जाती है। सौरभ शुक्ला और स्वानंद ने भी गजब की अदाकारी दिखाई है। मानुषी छिल्लर का स्क्रीन टाइम काफी कम है ऐसे में उनसे एक्टिंग की बहुत उम्मीद नहीं की जा सकती। जितना स्पेस मिला उन्होंने ठीक अभिनय किया है।
डायरेक्शन और संगीत: फिल्म का डायरेक्शन ठीक-ठाक है और संगीत भी ठीक-ठाक है। बैकग्राउंड म्यूजिक जबरदस्त है, जबकि गाने को और मेलोडियस बनाया जा सकता था। इसके अलावा डायरेक्शन की अगर बात करें तो फिल्म का रनटाइम काफी लंबा लगता है, इसे थोड़ा छोटा करके और दमदार बनाया जा सकता था।
क्यों देखें फिल्म: अगर आपको राजकुमार राव का एक नया अवतार देखना है और एक्शन जॉनर की फिल्म आप पसंद करते हैं, तो यह फिल्म बिल्कुल आपके लिए है। फिल्म देखने पर पैसा वसूल वाली फीलिंग जरूर आएगी।